बुजुर्ग और गरीब कलाकारों को हर माह मिलेगा दो हजार रुपये पेंशन

पात्रता व शर्तों पर खरा उतरने वाले इस पेंशन योजना के लिए चयनित किए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:24 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:24 PM (IST)
बुजुर्ग और गरीब कलाकारों को हर माह मिलेगा दो हजार रुपये पेंशन
बुजुर्ग और गरीब कलाकारों को हर माह मिलेगा दो हजार रुपये पेंशन

संतकबीर नगर: संस्कृति विभाग-लखनऊ के जरिए चयनित बुजुर्ग और गरीब कलाकारों को हर माह दो हजार रुपये पेंशन मिलेगा। इच्छुक कलाकार 20 जुलाई तक निर्धारित प्रारूप पर आवेदन कर सकेंगे। पात्रता व शर्तों पर खरा उतरने वाले इस पेंशन योजना के लिए चयनित किए जाएंगे।

जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि ऐसे ख्याति प्राप्त कलाकार जिन्होंने कम से कम 10 वर्ष तक अपनी कला का प्रदर्शन किया है, जिनकी आयु 60 वर्ष से कम नहीं है और उनकी सालाना आय 24 हजार रुपये से अधिक नहीं है। मासिक पेंशन के लिए ऐसे कलाकार आवेदन कर सकेंगे। आय प्रमाण पत्र तहसीलदार द्वारा प्रमाणित होना चाहिए। हाईस्कूल का अंक पत्र या मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जारी आयु प्रमाण पत्र ही मान्य होगा। सिर्फ संस्कृति निदेशालय के निर्धारित प्रारूप पर ही आवेदन मान्य होंगे। प्रमाण पत्रों के साथ डीएम अथवा जिला सूचना अधिकारी से संस्तुति कराकर संस्कृति निदेशालय-लखनऊ को 20 जुलाई तक जमा करना होगा। देर से प्राप्त होने वाले आवेदन पर विचार नहीं होगा। आवेदन पत्र का प्रारूप ह्वश्चष्ह्वद्यह्लह्वह्मद्ग.ह्वश्च.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ वेबसाइट अथवा सूचना विभाग में भी उपलब्ध है। जिला उद्योग बंधु की बैठक कल

संतकबीर नगर: डीएम दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को सुबह ग्यारह बजे जिला उद्योग बंधु की बैठक होगी। इसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना व एक जिला-एक उत्पाद योजना की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा उद्यमियों के पंजीकरण, निवेश मित्र पोर्टल पर लंबित मामलों पर विचार किया जाएगा। उपायुक्त उद्योग राजकुमार शर्मा ने यह जानकारी दी है। छत्रपति शिवाजी की महिमा का बखान

संतकबीर नगर : कूड़ीलाल रूंगटा सरस्वती विद्या मंदिर इंटरमीडिएट कालेज खलीलाबाद में बुधवार को हिदू साम्राज्य दिवस का कार्यक्रम हुआ। छत्रपति शिवाजी के चित्र पर पुष्पार्चन करके उन्हें नमन किया। वीरता का गौरवशाली इतिहास और शिवाजी की महिमा का बखान करके उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य अनिरूद्ध सिंह ने कहा कि शिवाजी वीर योद्धा थे। उनके पिता शाहजी भोंसले एक शक्तिशाली सामंत थे। उनकी माता जीजाबाई जाधव कुल में उत्पन्न असाधारण प्रतिभाशाली महिला थीं। शिवाजी के जीवन पर उनकी माता का विशेष प्रभाव था। वह राजनीति एवं युद्ध में पारंगत थे। उस युग के वातावरण और घटनाओं को भली प्रकार समझने लगे थे। उनके हृदय में स्वाधीनता की लौ प्रज्वलित थी। इसलिए वह कुछ स्वामिभक्त साथियों का संगठन तैयार किया। आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया। इस मौके पर शैलेश, करुणेश, चंचल, विकास सहित विद्यालय के आचार्य मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी