कोरोना से डरकर नहीं लड़कर जीतना है
सरकार के साथ ही आमजनता भी कोरोना से दो-दो हाथ करने की तैयारी कर रही है।
संतकबीर नगर : कोरोना के आने की संभावना जताई जा रही है। सरकार के साथ ही आमजनता भी कोरोना से दो-दो हाथ करने की तैयारी कर रही है। वैसे जनपद तेजी से कोरोना मुक्त होने की ओर है। कोरोना संक्रमित रह चुके लोग समाज से अनुभव साझा कर रहे हैं। उनका मानना है कि कोरोना से कुछ नहीं होगा, यदि हम सकारात्मक रहें। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार दवाओं का सेवन करें। यह लोग बता रहे हैं कि जब वह संक्रमित हुए तो डरे नहीं थे। कोविड नियमों का पालन किया तो एक पखवारे में रिजल्ट निगेटिव आ गया। अब यह लोग वर्तमान समय में कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं तथा अनुभव साझा करके उन्हें कोरोना महामारी से लड़ने को लेकर तैयार कर रहे हैं। उनका कहना है कि कोरोना से डरकर नहीं लड़कर हराया जा सकता है। पूर्व में हमने कोरोना को हराया है, अब आपकी बारी है। चिकित्सक की राय लें, सब ठीक हो जाएगा
सेमरियावां ब्लाक के सालेहपुर के सैय्यद फिरोज अशरफ कहते हैं कि वक्त कैसा भी हो गुजर जाता है। यदि आप बीमार हैं तो अवश्य स्वस्थ होगें। यदि आप स्वस्थ हैं तो लापरवाह नहीं होना है। वह बताते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर में तबियत खराब हुई। टेस्ट में पाजिटिव पाया गया। कुछ भी पता नहीं था कि मेरे साथ क्या होने वाला है, लेकिन एक हौसला था, ईश्वर की कृपा और घर वालों का सहयोग। इस दौरान चिकित्सक के सभी निर्देशों का पालन किया और स्वस्थ हो गया। हमें इस बीमारी से घबराना नहीं है। नकारात्मक विचारों को मन में नही आने देना है। सकारात्मक ऊर्जा और दृढ़ इच्छाशक्ति बनाए रखें, कोरोना आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। सकारात्मक होकर जीत सकते हैं जंग
खलीलाबाद के गोला बाजार उत्तरी मोहल्ला के विकास गुप्ता भी कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हो गए थे। वह बताते हैं कि बीमारी का इतना खौफ था कि लगा कि अब सब कुछ खत्म हो गया। लेकिन माता-पिता और अपने ऊपर विश्वास का नतीजा रहा कि हम घर पर ही रहकर पूरी तरह से स्वस्थ होकर आज फिर पढ़ाई में जुट गए हैं। वह कहते हैं कि आपको इससे डरना नहीं है। चिकित्सक से परामर्श लेकर दवा कीजिए। इसके साथ ही दादी-नानी के घरेलू नुस्खों का भी प्रयोग कीजिए। मन में नकारात्मक विचार नहीं आना चाहिए। कोरोना कुछ नहीं करेगा। हमें कोरोना को देश से भगाना है। कोरोना से डरना नहीं लड़ना है। कोविड नियमों का पालन करके इसे दूर भगाया जा सकता है। परिवार के सहयोग से हमने हराया था कोरोना को
बेलहर ब्लाक के देवलसा गांव के सुभाष यादव कहते हैं कि उन्हें जब पता चला कि वह कोरोना पाजिटिव हो गए हैं तो परिवार से तत्काल अलग हो गए। स्वजन और मित्रों ने हौसला बढ़ाया तो इससे दो-दो हाथ करने की ठानकर घर पर ही रहकर कोरोना को हरा दिया। वह कहते हैं कि हमें इस बीमारी से घबराना नहीं है। नकारात्मक विचारों को मन में नहीं आने देना है। सकारात्मक ऊर्जा और दृढ़ इच्छाशक्ति बनाए रखें, कोरोना से हर हाल में हारेगा। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच हम सभी को टीकाकरण पर विशेष ध्यान देना होगा। पात्र लोग टीका लगवाएं और अपने परिचितों को भी इसके लिए जागरूक करें।