डीएम और एसपी ने सुनी फरियाद, दिया निर्देश
कुछ मामलों का मौके पर ही जिम्मेदार अधिकारियों के सहयोग से निस्तारण करवा दिया तो अन्य मामलों की जांच कर समय से निस्तारण का निर्देश दिया।
संतकबीर नगर: धनघटा तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में शनिवार को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने लोगों की समस्याएं सुनी। कुछ मामलों का मौके पर ही जिम्मेदार अधिकारियों के सहयोग से निस्तारण करवा दिया तो अन्य मामलों की जांच कर समय से निस्तारण का निर्देश दिया।
सुबह 11 बजे ही अधिकारी तहसील में पहुंच गए थे। क्षेत्र के लोग कतार में पहुंचकर अपनी समस्याएं अधिकारियों को अवगत करा रहे थे। इसी दौरान महाखरपुर की बुजुर्ग कलावती डीएम के समक्ष पहुंचीं और पुश्तैनी भूमि पर गांव के कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत की। उन्होंने कहा कि वह पिछले कुछ महीनों से तहसील से लगायत थाने तक की चक्कर लगा रही हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मरवटिया के अखिलेश सिंह ने गांव के खराब पड़े हैंडपंपों को ठीक करवाने की मांग की। मुड़ियारी के रामशब्द ने आरोप लगाया कि उनके आवास को जिम्मेदारों ने दूसरे को दे दिया है। डीएम ने इस मामले की जांच कर उन्हें भी अवगत कराने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में परियोजना निदेशक डीडी शुक्ल, बीडीओ विजय कुमार पांडेय, थानाध्यक्ष विनय कुमार पाठक, सीओ रामप्रकाश के अलावा सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। इसी क्रम में खलीलाबाद और मेंहदावल तहसील में भी कार्यक्रम हुआ और लोगों की समस्याएं सुनी गईं। दो रेडियोलाजिस्ट को एसीएमओ दी नोटिस, कार्रवाई की लटकी तलवार
संतकबीरनगर : एक तरफ सरकार अल्ट्रासाउंड केंद्रों के लिए कड़े नियम बनाकर मरीजों को शोषण से बचाने का प्रयास कर रही है। इसी दौर में एक रेडियोलाजिस्ट के नाम एक-एक नहीं बल्कि चार-चार केंद्र संचालित किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। मामला संज्ञान में आने पर एसीएमओ ने दो रेडियोलाजिस्ट को नोटिस जारी किया है। एक पखवारे के अंदर तर्कसंगत स्पष्टीकरण नहीं देने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
महुली कस्बा में स्थित सागर डायग्नोस्टिक सेंटर रेडियोलाजिस्ट डा. अशोक कुमार अग्रवाल के नाम से संचालित किया जा रहा है। इसी चिकित्सक के नाम से अहमद अल्ट्रासाउंड सेंटर व आदर्श अल्ट्रासाउंड सेंटर सिद्धार्थनगर में भी संचालित होने का मामला प्रकाश में आया है। इसी प्रकार डा. विनोद कुमार सचान के नाम से सेवा डायग्नोस्टिक सेंटर खलीलाबाद के अलावा लाइफलाइन मेडिकल सेंटर बस्ती, आयुष अल्ट्रासाउंड सेंटर बस्ती, आइडिएल डायग्नोस्टिक सेंटर बस्ती संचालित है। इसकी जानकारी मिलने पर जनपद के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मोहन झा ने संबंधित केंद्रों को बंद करने के लिए नोटिस देने के साथ ही लाइसेंस के लिए प्रमाणपत्र देने वाले दोनों चिकित्सकों को एक पखवारे के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। एसीएमओ ने बताया कि एक रेडियोलाजिस्ट एक जिले में दो जगह सेवा दे सकता हैं। किसी एक के नाम अलग-अलग जनपदों में केंद्र संचालित नहीं किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि तर्कसंगत स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर आरोपित चिकित्सकों और केंद्र संचालकों के खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।