शिक्षकों के स्थानांतरण व समायोजन की मांग

छह सूत्रीय ज्ञापन में नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन भुगतान लंबित पदोन्नति को पूरी करने के साथ ही जनपद में समायोजन व स्थानांतरण की प्रक्रिया को पूरी करवाने मांग की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:52 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:52 PM (IST)
शिक्षकों के स्थानांतरण व समायोजन की मांग
शिक्षकों के स्थानांतरण व समायोजन की मांग

संतकबीर नगर : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों ने शनिवार को बीएसए को ज्ञापन सौंपा। छह सूत्रीय ज्ञापन में नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन भुगतान, लंबित पदोन्नति को पूरी करने के साथ ही जनपद में समायोजन व स्थानांतरण की प्रक्रिया को पूरी करवाने मांग की गई है।

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह व जिलाध्यक्ष आन्जनेय त्रिपाठी के नेतृत्व में डीआइओएस व प्रभारी बीएसए गिरीश कुमार सिंह को सौंपे मांग पत्र में संगठन पदाधिकारियों ने लिखा है कि नवनियुक्त शिक्षकों का सत्यापन आने के बाद भी उनके वेतन व बकायों का भुगतान नहीं हो पाया है। प्रेरणा पोर्टल पर कार्य करने में शिक्षकों को हो रही समस्याओं के त्वरित निदान के लिए हेल्प डेस्क बनाए जाने, हर माह की पहली तारीख को शिक्षकों का वेतन भुगतान करने समेत नजदीक ब्लाक में स्थानांतरण की प्रक्रिया को पूरी करवाए जाने की मांग की गई। प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि एक सप्ताह ज्ञापन देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। जनपद में पदोन्नति की प्रक्रिया भी लंबित है,इसे जल्द पूरा करवाया जाना चाहिए। इस मौके पर जिला महामंत्री संजय कुमार सिंह, चंद्रशेखर, शिवकुमार दूबे,सुधांशु पांडेय, रेनू अग्रहरि, बृजेंद्र कुमार गौतम समेत अनेक शिक्षक मौजूद रहे। मावि. खोलने को अभिभावकों से लिया जा रहा सुझाव

संतकबीर नगर : कोरोना महामारी से बचाव में मार्च माह से विद्यालय बंद हैं। माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा प्रोन्नति के बाद अब विद्यालय खोलने की तैयारी हो रही है। अब कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यालय खोलने के लिए सुझाव लिया जा रहा है। अभिभावकों व शिक्षकों की सुझाव व सहमति पर आगे निर्णय लिया जाएगा। विद्यालयवार प्राप्त सुझावों को परिषद सचिव को भेजा जाएगा।

जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन सभी 280 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से सुझाव लिया जा रहा है। विद्यालय में बच्चों को बुलाने व पठन-पाठन के संबंध में अभिभावक व शिक्षक संघ से भी सुझाव लिया जा रहा है। जिसे परिषद को भेजकर दिशा-निर्देश के अनुपालन में कार्य किया जाएगा। पिछले सत्र में अभिभावकों की सहमति पर ही रोस्टर से कक्षावार बच्चों की पढ़ाई कराई गई। इस बार भी इसका ख्याल रखा जाएगा। संक्रमण का खतरा टलने के बाद ही बच्चों को विद्यालय बुलाया जाएगा।

chat bot
आपका साथी