सीडब्ल्यूसी ने किशोरी को हत्या के आरोपित के घर भेजा
संतकबीर नगर बाल कल्याण समिति का एक चौंकाने वाला मामला मंगलवार को सामने आया है। समिति के
संतकबीर नगर: बाल कल्याण समिति का एक चौंकाने वाला मामला मंगलवार को सामने आया है। समिति के अध्यक्ष व सदस्यों ने सगे भाई के रहते हुए किशोरी को हत्या के आरोपित के घर भेज दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पीड़ित के भाई ने समिति के अध्यक्ष को प्रार्थना पत्र दिया। इस पर कोई पहल नहीं की गई। इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
मेंहदावल थानाक्षेत्र के गगनईराव निवासी आलोक सिंह का कहना है कि वह बेंगलुरु में जीविकोपार्जन करते थे। उनके पिता कृष सिंह व बड़ी मां सत्यभामा सिंह के बीच प्रेम संबंध था। इसके चलते वह मेरी मां कमलावती देवी को पीटते रहे। उनके पिता व बड़ी मां ने मिलकर 28 सितंबर 2021 को उनकी मां को पीटकर हत्या कर दी थी। इसकी सूचना मिलने पर वह फ्लाइट से बेंगलुरू से 30 सितंबर को गांव में आया था। उनकी तहरीर पर मुकामी पुलिस ने उनके पिता व बड़ी मां के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद इन दोनों को जेल भेज दिया। इस घटना के बाद से वह अपनी तेरह वर्षीय बहन अदिति से नहीं मिल पाए हैं। वह बहन की खोजबीन में जुटा रहा। मुकामी थाने में प्रार्थना पत्र देने पर दारोगा ने कहा कि कोर्ट में जाने पर उन्हें उनकी बहन मिलेगी। इस बीच उन्हें पता चला कि उनकी बहन को हत्या के आरोपित बड़ी मां के पति रामचंद्र सिंह 17 नवंबर को बाल कल्याण समिति में लाए थे। उन्होंने समिति के अध्यक्ष व सदस्यों से बात की। इसके बाद समिति ने इन्हें सौंप दिया। इसकी सूचना मिलने पर वह अवाक हो गए। सगे भाई के होते हुए उन्हें सौंपा जाना चाहिए था या फिर बालिका गृह भेजा जाना चाहिए था लेकिन समिति ने ऐसा नहीं किया। वह हत्या के आरोपित के घर मेरी बहन को भेज दिया। इससे उनकी बहन की जान को खतरा है। उन्होंने 18 नवंबर को समिति के अध्यक्ष को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन उनकी बहन को उनके हवाले नहीं किया गया। किशोरी के चाचा आए थे। चूंकि किशोरी व उनके चाचा का खूनी रिश्ता है। इसलिए किशोरी को उनके चाचा के हवाले कर दिया गया। उस दिन किशोरी के भाई नहीं आए थे। किशोरी को सौंपने के एक दिन बाद उन्होंने समिति को प्रार्थना पत्र दिया। किशोरी की सुरक्षा पर समिति ध्यान दे रही है।
राकेश कुमार, अध्यक्ष
बाल कल्याण समिति, संतकबीर नगर