कोरोना संक्रमण बढ़ने से एक वर्ष बाद फिर बंद हुआ बरदहिया बाजार

संतकबीर नगर पूर्वांचल की सबसे बड़ी कपड़ा मंडी के रूप में विख्यात बरदहिया बाजार एक बार फिर बंद कर दिया गया। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रशासन ने बरदहिया बाजार को बंद करने का फरमान जारी कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 11:39 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 11:39 PM (IST)
कोरोना संक्रमण बढ़ने से एक वर्ष बाद फिर बंद हुआ बरदहिया बाजार
कोरोना संक्रमण बढ़ने से एक वर्ष बाद फिर बंद हुआ बरदहिया बाजार

संतकबीर नगर : पूर्वांचल की सबसे बड़ी कपड़ा मंडी के रूप में विख्यात बरदहिया बाजार एक बार फिर बंद कर दिया गया। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रशासन ने बरदहिया बाजार को बंद करने का फरमान जारी कर दिया है।

पिछले वर्ष जनता क‌र्फ्यू के बाद 26 मार्च 2020 को पहली बार बरदहिया बाजार को बंद किया गया था।

कोरोना का संक्रमण कम होने पर अनलाक प्रक्रिया के दौरान बाजार खुले तो कारोबार पटरी पर आने लगा था। कारोबार पूरी तरह पटरी पर आ भी नहीं पाया था कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण बरदहिया बाजार को दोबारा बंद कर दिया गया। हर रविवार को लाकडाउन की घोषणा के बाद अब बाहर से आने वाले कारोबारी रविवार को खलीलाबाद नहीं पहुंच पाएंगे। ऐसे में सोमवार को भी मंडी बंद रहेगी। रमजान और नवरात्र पर यहां बड़े पैमाने पर रेडीमेड कपड़ों का कारोबार होता रहा है। अभी एक वर्ष पूर्व बाजार बंदी से टूटे रोजगार के जख्म भरे नहीं थे कि कोरोना के दोबारा दस्तक ने व्यापारियों को संकट में डाल दिया। ----------- हर सप्ताह रविवार की रात में लगती थी मंडी बरदहिया में रविवार की रात में बाजार लगने के बाद सोमवार को दिन में भी थोक में कपड़े बिकते थे। यहां लुधियाना, दिल्ली, कोलकाता आदि के कारोबारी आते हैं। सभी कपड़ों की बिक्री थोक भाव से करते हैं। पिछले सप्ताह गर्मी के कपड़ों का बाजार यहां गर्म रहा। व्यापारियों को उम्मीद रही कि ईद के त्योहार पर उनका कारोबार बेहतर हो सकेगा। ---

इस बाजार से जनपद के बुनकरों को मिलती है संजीवनी बरदहिया बाजार में अमरडोभा, खलीलाबाद, मेहदावल, मगहर, लोहरसन आदि स्थानों पर बुनकरों द्वारा बनाए गए कपड़ों की धूम रहती है। इसके साथ ही सेमरियावां, नंदौर, सांथा, दुर्गजोत, महुली, शनिचरा बाजार, पौली के अलावा गोरखपुर, अंबेडकरनगर के हंसवर बाजार, टांडा, भूलेपुर, मुबारकपुर, अकबरपुर, शाहजहांपुर आदि स्थानों से बुनकर माल यहां लाकर बेचते हैं। कानपुर, लखनऊ, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, मेरठ, सीतापुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, देवरिया, कुशीनगर के व्यापारी यहां पर लाखों का व्यवसाय करते हैं। यहां लुंगी, गमछा, बिछाने के चादर के साथ ही रेडीमेड के कपड़ों की थोक दुकानें लगती हैं। व्यापारी विपिन, अफरोज, हृदयराम रमेश, नेहाल, रियाज अहमद, मोहम्मद आसिफ का कहना है कि कोरोना को लेकर बार-बार बाजार बंद होने से उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है। ----------------------

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