ठीकेदार की लापरवाही से कृषि भूमि जलमग्न, आक्रोश

कुछ खेतों में सब्जी की फसल थी जो डूबकर खराब हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:30 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:30 PM (IST)
ठीकेदार की लापरवाही से कृषि भूमि जलमग्न, आक्रोश
ठीकेदार की लापरवाही से कृषि भूमि जलमग्न, आक्रोश

संतकबीर नगर : मेंहदावल-बखिरा मार्ग पर बंडानारा पुल निर्माण के दौरान ठीकेदार द्वारा बिना पाइप डाले बगल से मिट्टी पाटकर रास्ता बना दिया गया। जलनिकासी न होने के कारण किसानों की करीब 20 एकड़ कृषि योग्य भूमि जलमग्न हो गई। इसे लेकर लोगों में आक्रोश है। कुछ खेतों में सब्जी की फसल थी, जो डूबकर खराब हो गई है।

कानपुर ढोढ़या के किसान रामनाथ, वासुदेव, रामविलास, शिवलाल, चंद्रभान, विजय बहादुर ने बताया कि हम सभी किसानों की आजीविका कृषि पर निर्भर है। बखिरा-मेंहदावल मार्ग पर बंडानाला पुल के निर्माण के दौरान ठीकेदार द्वारा बिना पाइप डाले पश्चिम की तरफ मिट्टी पाटकर रास्ता बना दिया गया। जिससे बखिरा झील में जाने वाला पानी अवरुद्ध हो गया। बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश से हम किसानों की खेती जलमग्न हो गई है। करीब तीन एकड़ में सब्जी की खेती थी जो पूरी तरह से खराब हो गई है। इसके साथ ही धान की खेती करने के लिए हम किसान तैयारी नहीं कर पा रहे हैं लेकिन खेत में पानी लगने से सब कुछ ठहर सा गया है। दो दशक से जलनिकासी की समस्या से जूझ रहा नंदौर

संतकबीर नगर : मेंहदावल ब्लाक की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत नंदौर में लोग पिछले दो दशक से जलनिकासी की समस्या से जूझ रहे हैं। इस ग्राम पंचायत की आबादी सात हजार से अधिक है। आधी से अधिक आबादी सड़कों के किनारे बसी हुई है। सड़कों के किनारे नाला न होने से जलजमाव की स्थिति हमेशा बनी रहती है। कभी-कभी अधिक बारिश होने पर लोगों का घरों से निकलना दूभर हो जाता है।

बारिश शुरू होते ही जलजमाव के कारण आवागमन की समस्या बढ़ जाती है। राष्ट्रीय राजमार्ग के मुहाने पर बसे इस कस्बे में गंदगी व जलनिकासी न होने से संक्रामक बीमारी का खतरा बना रहता है। दो दशक से अधिक समय बीत चुका है लेकिन नंदौर चौराहे के चारों तरफ नाले का निर्माण न होने के कारण जलनिकासी की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। क्या कहते हैं ग्रामीण

ग्राम प्रधान सोनू खान कहते हैं कि नंदौर चौराहे के चारों तरफ सड़क पर स्थित आबादी के जलनिकासी के लिए नाला निर्माण करने के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। नईम अख्तर ने कहा कि चौराहे के चारों तरफ कम से कम पांच फुट चौड़ा तथा ढक्कनदार नाली बनाई जाय, जिससे लोगों के घरों का पानी आसानी से निकल सके तथा जलजमाव की समस्या से छुटकारा मिल सके। पप्पू खान ने बताया कि नाला निर्माण के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया तथा अधिकारियों से भी वार्ता करके यहां के जलनिकासी की समस्या के बारे में बताया गया। इसके बावजूद भी यहां नाला निर्माण अभी तक नहीं हो पाया। विनोद जायसवाल ने कहा कि जलजमाव की समस्या बहुत पुरानी है। बरसात में यह और भी भयावह रूप ले लेती। जगह-जगह पानी इकट्ठा होने से लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। व्यापार की दृष्टि से नंदौर चौराहा बहुत ही महत्वपूर्ण है।

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