बस्ती से संतकबीर नगर जिला कारागार में पहुंचे 67 कैदी

खलीलाबाद के तहसीलदार शशांक शेखर राय गुरुवार को महुली थानाध्यक्ष रणविजय सिंह बिजली विभाग के एक्सईएन आरके सिंह राजस्व लेखपाल रामअनुज अशोक पाल प्रहलाद व भारतभूषण तथा पुलिस फोर्स के साथ भगता गांव में पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 11:41 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 03:25 PM (IST)
बस्ती से संतकबीर नगर जिला कारागार में पहुंचे 67 कैदी
बस्ती से संतकबीर नगर जिला कारागार में पहुंचे 67 कैदी

संतकबीर नगर: नवरात्र के पहले दिन यानी गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बस्ती से 67 दोष सिद्ध कैदी संतकबीर नगर के नवनिर्मित जिला कारागार में पहुंचे। इस दरम्यान जिला कारागार के पास भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इन कैदियों को बैरक में रखा गया। जिले के शेष 404 कैदियों को भी जल्द कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बस्ती से यहां पर पहुंचाया जाएगा।

खलीलाबाद तहसील के बनकटिया गांव स्थित 125 करोड़ लागत वाले नवनिर्मित जिला कारागार का 12 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण किया था। इन सबके बीच कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं के पुलिस महानिरीक्षक आनंद कुमार ने यहां के डीएम व एसपी को पत्र जारी कर यह निर्देश दिया था कि बस्ती जिला कारागार में सजा काट रहे इस जिले के कैदियों को सात अक्टूबर को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच नवनिर्मित जिला कारागार में रखा जाए। बस्ती कारागार के जेलर दिलीप कुमार पाण्डेय ने कहा कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बस्ती जेल से 67 कैदियों को संतकबीर नगर जिले के नवनिर्मित जिला कारागार के बैरक में रखा गया है। ये सभी कैदी इसी जिले के निवासी हैं। जिले के शेष 404 कैदियों को भी जल्द कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बस्ती से यहां पर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।

पुलिस फोर्स के साथ भगता गांव में पहुंचे तहसीलदार

खलीलाबाद तहसील क्षेत्र के भगता गांव में गुरुवार को पुलिस फोर्स के साथ तहसीलदार पहुंचे। राजस्व लेखपाल की टीम ने भूमि की पैमाइश की। इसके बाद बिजली पोल लगाने में अड़ंगा डालने वाले लोगों को समझाया-बुझाया गया। इसके बाद बिजली पोल लगाने का काम शुरू हो गया।

खलीलाबाद के तहसीलदार शशांक शेखर राय गुरुवार को महुली थानाध्यक्ष रणविजय सिंह, बिजली विभाग के एक्सईएन आरके सिंह, राजस्व लेखपाल रामअनुज, अशोक पाल, प्रहलाद व भारतभूषण तथा पुलिस फोर्स के साथ भगता गांव में पहुंचे। इस गांव के कुछ लोग बिजली का पोल नहीं गड़ने दे रहे थे। इसके चलते करीब तीन साल से पाइपलाइन पेयजल परियोजना के तहत बनी पानी की टंकी से घर-घर साफ पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। तहसीलदार ने बिजली पोल लगाने में अड़ंगा डालने वाले लोगों को समझाया-बुझाया। इसके बाद उन्होंने लेखपालों से भूमि की पैमाइश भी कराई। इसके बाद बिजली पोल लगाने का काम शुरू हो गया।

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