61 शिक्षकों ने ग्रहण किया कार्यभार, चार का इंतजार

बुधवार को सभी की कार्यालय में उपस्थिति पंजिका पर हाजिरी लगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:27 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:27 PM (IST)
61 शिक्षकों ने ग्रहण किया कार्यभार, चार का इंतजार
61 शिक्षकों ने ग्रहण किया कार्यभार, चार का इंतजार

संतकबीर नगर: प्राथमिक विद्यालयों के लिए नवनियुक्त 65 शिक्षकों में से 61 ने बीएसए कार्यालय में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। अब शेष चार शिक्षकों का इंतजार है। बुधवार को सभी की कार्यालय में उपस्थिति पंजिका पर हाजिरी लगी। गाइडलाइन मिलने के बाद आगे विद्यालयों में तैनाती दी जाएगी।

प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि सभी को कार्यालय से संबद्ध रखा जाएगा। विद्यालय का आवंटन होने के बाद यहां से कार्यमुक्त करके तैनाती दी जाएगी। काउंसिलिग कराने वाले 65 शिक्षकों में 23 महिला व 42 पुरुष में एक को छोड़कर 64 को 23 जुलाई को नियुक्ति पत्र दिया गया था। शनिवार से अब तक 61 ने कार्यभार ग्रहण किया है। विद्यालय आवंटन का इंतजार

सुबह 10 बजे बीएसए कार्यालय में उपस्थित होकर नवनियुक्त शिक्षक औपचारिकता पूरी करके समय काट रहे हैं। इसके साथ ही संबंधित विद्यालय व ब्लाक के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। सभी को शिक्षकों से रिक्त विद्यालय की सूची का इंतजार है। जबकि परस्पर अंतरजनपदीय स्थानांतरण में आए 50 शिक्षकों की भी उपस्थित कार्यालय में ही दर्ज की जा रही है। नियुक्ति पत्र के लिए डीएम से लगाई गुहार

संतकबीर नगर : बेसिक शिक्षा विभाग में काउंसिलिग में मूल अभिलेख न प्रस्तुत करने पर एक महिला अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र नहीं जारी हो सका है। बुधवार को अभ्यर्थी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर नियुक्ति पत्र जारी करने की गुहार लगाई है।

जिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में आंबेडकर नगर के मनवरपुर की खुशबू ने कहा कि शिक्षक भर्ती के सापेक्ष निर्गत तृतीय सूची में मेरा नाम 13वें स्थान पर है। काउंसिलिग में मूल दस्तावेज नहीं प्रस्तुत कर सकी थी। क्योंकि मेरठ से बीएड करते समय मूल दस्तावेज पिता के अस्थाई पते दिल्ली में थे। सुरक्षा के दृष्टि छात्रावास में मूल अभिलेख नहीं रखी थी। अस्वस्थ्य होने पर आंबेडकरनगर आ गई। अस्पताल में भर्ती होने के कारण मोबाइल भी मेरे पास नहीं था। घर आने पर काउंसिलिग के दिन ही अचानक सूची में नाम शामिल होने की जानकारी मिली तो नियत तिथि को जिले में काउंसलिग में पहुंची। बीएसए से दूसरे दिन 10 बजे तक मूल अभिलेख जमा करने की अनुमति मांगी तो ड्राफ्ट न बन पाने का हवाला दिया गया जो तत्काल बन गया था। इसके बाद भी अभिलेख नहीं जमा कराया गया। न ही नियुक्ति पत्र दिया गया। इसकी शिकायत वर्तमान में प्रभारी बीएसए से भी की गई है।

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