अंतिम सफर पे निकलूं तिरंगे को ओढ़कर

चन्दौसी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देवरखेड़ा के एक वैंक्वेट हाल में आयोजित कवि सम्मेलन मे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 12:38 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 12:38 AM (IST)
अंतिम सफर पे निकलूं तिरंगे को ओढ़कर
अंतिम सफर पे निकलूं तिरंगे को ओढ़कर

चन्दौसी: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देवरखेड़ा के एक वैंक्वेट हाल में आयोजित कवि सम्मेलन में बाहर से आए कवियों ने कविता पाठ कर श्रोताओं को तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया।

एटा से आए वीर रस के कवि प्रशांत देव मिश्र ने कहा कि-

जो शत्रु कांपे सुन के ऐसा घोष चाहिए,

उठे क़दम जो देश पर वह ठोस चाहिए।

जो बदले ़खून के हमें भी दे स्वतंत्रता

वही निडर सुभाषचंद्र बोस चाहिए।

कवि डॉ. सौरभकांत मिश्रा ने कुछ इस तरह कहा कि -

है राष्ट्र बड़ा सारे ही धर्मों को छोड़कर।

आओ करें प्रणाम सभी हाथ जोड़कर।

इतना तो मान रखना मेरे प्रभु मेरा,

अंतिम सफर पे निकलूं तिरंगे को ओढ़कर

फरीदाबाद से आए कवि दीपक गुप्ता ने कहा कि-

जिदगानी लड़खड़ाई है मगर हारी नहीं है

और ऐसा भी नहीं मेरा स़फर जारी नहीं है

सच बयानी, सा़फगोई, नेक नीयत, आदमीयत

बस मुझे इनके अलावा कोई बीमारी नहीं

डॉ. अर्जुन सिसौदिया ने कुछ इस तरह राम मंदिर निर्माण को लेकर अपनी कविता पेश की-

जिस पे प्रभु ने अवतार लिया उस पुण्य अयोध्या धाम की जय हो।

जब चाहा तो स्वयं ही छांट दिया अंधियारा घना श्री राम की जय हो

ओज कवि बदायूं से आए डॉ. उमाशंकर राही ने कुछ इस तरह से कहा कि-

बढ़ाया जो कदम हमने उसे रुकने नहीं देंगे।

उछालो लाख चिगारी चमन फुंकने नहीं देंगे ।

भले लग जाए यारों दांव पर यह जान की बाजी,

हम अपने हिद का परचम कभी झुकने नहीं देंगे।।

नैनीताल की गौरी मिश्रा ने कहा कि-

जहां दुश्वार हैं राहें वहीं आराम लिखा है

यूं लगता है मोहब्बत का कोई पैगाम लिखा है

मैं अपना घर समझकर के चली आई यहां क्योंकि

तुम्हारे दिल के दरवाजे पे मेरा नाम लिखा है.

कार्यक्रम में मु़ख्य अतिथि संघ के राजेश कुमार विभाग कार्यवाह रहे। जबकि ओमप्रकाश शास्त्री, सम्भल जिला संचालक अरविन्द अरोरा, सम्भल पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र, उपजिलाधिकारी महेश प्रसाद दीक्षित, जिला प्रचारक आशुतोष कुमार, जिला संचालक विजय पाल सिंह, पश्चिम भाजपा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिघल भाजपा जिलाध्यक्ष ओमबीर खड़गवंशी, पालिकाध्यक्ष इंदुरानी दिवाकर, गिरीश रतन, शरद शर्मा, कार्यक्रम संयोजक शुभम राघव, शुभम अग्रवाल, सुमित, रितिक, राहुल सिंह, नीरज चौधरी आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता समाज सेविका अंजलि सिंह ने की तथा संचालन डॉ. सौरभ कान्त शर्मा ने किया ।

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