'कीमत' के इंतजार में डेढ़ लाख टन आलू

जिले के 53 कोल्ड स्टोरेज में डेढ़ लाख टन आलू रखा हुआ है। औसतन एक कोल्ड स्टोरेज में 80 हजार से एक लाख बोरी की क्षमता है। जिस समय आलू की खोदाई शुरू हुई थी उस समय आलू का रेट लगभग 800 रुपये क्विटल था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Sep 2021 12:04 AM (IST) Updated:Thu, 30 Sep 2021 12:04 AM (IST)
'कीमत' के इंतजार में डेढ़ लाख टन आलू
'कीमत' के इंतजार में डेढ़ लाख टन आलू

सम्भल, जेएनएन: जिस समय आलू की खोदाई शुरू हुई थी उस समय भी आलू का रेट लगभग एक हजार रुपये क्विटल था और वही रेट किसान को आज भी मिल रहा है। इसके चलते जिले के कोल्ड स्टोरेज में करीब डेढ़ लाख टन आलू सही मूल्य का इंतजार कर रहा है। किसानों ने उस समय यह सोचते हुए आलू कोल्ड स्टोरेज में रख दिया था कि बाद में दामों में बढ़ोतरी होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब अगर उसी रेट में आलू बेचा जाए तो किसानों पर कोल्ड स्टोर के किराये का बोझ अतिरिक्त पड़ रहा है। इसलिए किसान कोल्ड स्टोरेज से आलू निकालने के लिए नहीं जा रहे हैं। आम तौर पर सितंबर माह के समाप्त होने तक जिले के कोल्ड स्टोरेज खाली हो जाते थे लेकिन, इस बार सही कीमत न मिल पाने के चलते 50 फीसद से कुछ ज्यादा आलू ही निकाला गया है।

जिले के 53 कोल्ड स्टोरेज में डेढ़ लाख टन आलू रखा हुआ है। औसतन एक कोल्ड स्टोरेज में 80 हजार से एक लाख बोरी की क्षमता है। जिस समय आलू की खोदाई शुरू हुई थी उस समय आलू का रेट लगभग 800 रुपये क्विटल था। इसके बाद आलू के दामों में कुछ बढ़ोतरी हुई और लगभग एक हजार क्विटल तक पहुंच गए और उसके बाद किसानों को लगा कि आलू के दामों में तेजी आएगी। इसी के चलते अधिकांश किसानों ने कोल्ड स्टोरेज में आलू रख दिए। उन्हें उम्मीद थी कि बरसात के माह में आलू के दाम बढ़ जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और आलू के दाम लगभग फसल के बराबर ही रहे। किसान दाम बढ़ने के उम्मीद में अब कोल्ड स्टोरेज से आलू नहीं निकाल पा रहे हैं। अगर इस रेट में किसान आलू कोल्ड स्टोरेज से निकालता है तो उसे नुकसान होगा। क्योंकि अब उसे कोल्ड स्टोरेज का भी किराया देना है। एक क्विंटल आलू पर सौ से डेढ़ सौ रुपये किराया देना पड़ता है। अब तक कोल्ड स्टोरेज खाली हो जाने चाहिए थे, लेकिन दाम कम होने के चलते कोल्ड स्टोरेज भरे पड़े हुए हैं। किसानों ने तीन लाख 36 हजार टन आलू कोल्ड स्टोरेज में रखा था। नवरात्र का इंतजार कर रहे हैं किसान

नवरात्र में उपवास रखने वाले लोग आलू ज्यादा खाते है। ऐसे में प्रत्येक घर में आलू का ज्यादा इस्तेमाल होता है। ऐसे में नवरात्र के दिनों में आलू के दामों के बढ़ने की संभावना रहती है। इसी के चलते किसान अब आलू कोल्ड स्टोरेज से नहीं निकाल रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि नवरात्र में दामों में तेजी आएगी।

अभी तक कोल्ड स्टोरेज से आलू की निकासी 50 फीसद से कुछ ज्यादा हुई है। दाम बढ़ने के इंतजार में किसान आलू नहीं निकाल रहे हैं।

अमित त्यागी, कोल्ड स्टोरेज स्वामी जिले में 53 कोल्ड स्टोरेज है। इनमें तीन लाख 36 हजार टन आलू रखा गया था। अब तक आधे से कुछ अधिक ही आलू की निकासी हो चुकी है। उम्मीद है कि अक्टूबर माह के अंत तक निकासी हो जाएगी।

सुघर सिंह, जिला उद्यान अधिकारी

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