हवालात में गुजरी सपा नेता की रात, फिर न्यायालय ने भेजा जेल

जेएनएन बहजोई सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा जिले के कैला देवी धाम पर की गई सभा के अगले दिन गंगा जल छिड़कने के मामले में गिरफ्तार किए गए सपा नेता को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया। पुलिस अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:13 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:13 PM (IST)
हवालात में गुजरी सपा नेता की रात, फिर न्यायालय ने भेजा जेल
हवालात में गुजरी सपा नेता की रात, फिर न्यायालय ने भेजा जेल

जेएनएन, बहजोई: सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा जिले के कैला देवी धाम पर की गई सभा के अगले दिन गंगा जल छिड़कने के मामले में गिरफ्तार किए गए सपा नेता को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। पुलिस अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है।

बता दें कि सीएम योगी के द्वारा 21 सितंबर को कैलादेवी पर की गई जनसभा के बाद 22 सितंबर को सभा युवजन सभा के प्रदेश सचिव भावेश यादव अपने कई साथियों के साथ सभा स्थल पर पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने गंगाजल से छिड़काव किया था। आरोप है कि उसके द्वारा इस दौरान सीएम को लेकर अमर्यादित आचरण किया गया। धार्मिक उन्माद फैलाने जैसे कृत्य किए गए। इस संबंध में एक वीडियो भी वायरल हुआ। पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए भावेश यादव को नामजद करते हुए 10 अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की। भावेश को गिरफ्तार कर लिया गया। सपा नेता बुधवार की पूरी रात बहजोई कोतवाली की हवालात में रहे और उसके बाद अगले ही दिन न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। बहजोई पुलिस अब अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जा सकता है। कैला देवी के जिस स्थान पर सीएम के द्वारा सभा की गई थी, वहां पर एक सपा नेता के द्वारा गंगाजल का छिड़काव का सीएम के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग और धार्मिक भावनाओं को आहत करने जैसी टिप्पणी की गई। इस संबंध में वीडियो का संज्ञान लेते हुए उसे नामजद करते हुए आठ से 10 अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई। उसे गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया। चक्रेश मिश्र, पुलिस अधीक्षक, सम्भल। पुलिस पर लगाया सपाइयों का उत्पीड़न करने का आरोप

बहजोई: पुलिस ने सपा नेता को बुधवार की रात को ही हिरासत में ले लिया था और उसे पूरी रात बहजोई कोतवाली के हवालात में रखा गया। इस दौरान रात्रि में ही समाजवादी पार्टी के कई नेता थाने पहुंचे थे, जहां उन्होंने पुलिस पर सपाइयों का उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया था। कई वरिष्ठ नेताओं ने उसे छुड़ाने या थाने से जमानत दिलाने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस अपनी कार्रवाई में लगी रही और निरोधात्मक कार्रवाई समेत आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था।

chat bot
आपका साथी