सम्भल हादसा : सड़क पर खड़ी थी खराब बस, इंडीकेटर भी नहीं था चालू

एक बार फिर तेज रफ्तार ने सात लोगों की जान ले ली। अगर रफ्तार पर चालक का नियंत्रण होता तो शायद शादी की खुशियां मातम में न बदली होतीं। परिवहन विभाग की जांच में दोनों बसों के कागज पूरे मिले और यह चन्दौसी-बबराला के लिए चलती थी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 01:31 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 01:31 AM (IST)
सम्भल हादसा : सड़क पर खड़ी थी खराब बस, इंडीकेटर भी नहीं था चालू
सम्भल हादसा : सड़क पर खड़ी थी खराब बस, इंडीकेटर भी नहीं था चालू

जेएनएन, सम्भल : एक बार फिर तेज रफ्तार ने सात लोगों की जान ले ली। अगर रफ्तार पर चालक का नियंत्रण होता तो शायद शादी की खुशियां मातम में न बदली होतीं। परिवहन विभाग की जांच में दोनों बसों के कागज पूरे मिले और यह चन्दौसी-बबराला के लिए चलती थी। एक की रफ्तार अधिक और दूसरी बस सड़क पर खड़े होने के चलते हादसा हुआ है। खड़ी बस का इंडीकेटर भी चालू न होना कारण बताया जा रहा है।

बरात से लौट रही बस जैसे ही आगरा-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गांव लहरावन के पास पहुंची तो टायर पंचर हो गया था। इसके बाद चालक परिचालक ने बस का टायर बदलना शुरू कर दिया। बस से उतरकर कुछ लोग पीछे खड़े हो गए, लेकिन चालक ने टायर पंचर होने के बाद भी बस को सड़क किनारे नहीं खड़ा किया और सड़क पर ही बस को रोक लिया। तभी चन्दौसी की तरफ से आई तेज रफ्तार बस दूसरी से भिड़ गई। पीछे खड़े सभी लोग कुचल गए। इससे सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना के बाद एआरटीओ अम्ब्रीश कुमार मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जांच की तो हादसे का कारण दूसरी बस की तेज रफ्तार माना। यह भी माना जा रहा है कि तेज रफ्तार के साथ चालक नियंत्रण खो बैठा था। जिससे हादसा हुआ है। जबकि बरातियों से भरी बस सड़क पर खड़ा होना भी हादसे का दूसरा कारण माना। उधर जांच में यह भी सामने आया है कि बस पर रिफ्लेक्टर लगे हुए नहीं थे। साथ ही बैक लाइट भी नहीं चल रही थी।

इंसेट

नीचे उतरकर बस के पीछे खड़े न हुए होते तो शायद बच जाती जान

जासं, बहजोई : हादसे में घायल अभिषेक ने बताया कि जैसे ही टायर में पंचर हुआ तो काफी लोग बस से नीचे उतर कर आ गए और इसी दौरान कई लोग बस के ठीक पीछे जाकर खड़े हो गए, जिससे वह हादसे में अपने जान गवां बैठे। हाईवे पर अंधेरा और बस की दोनों ओर कोई ऐसा संकेत नहीं था, जिससे कि दोनों ओर से आ रहे वाहनों को वहां खड़ी बस के बारे में पता चल सकता।

कुछ ही मिनटों में टायर बदलने की तैयारी चल ही रही थी कि अचानक पीछे से आयी तेज रफ्तार बस ने वहां पर खड़ी बस को जोरदार टक्कर मार दी और बस के पीछे खड़े लोग उसकी चपेट में आ गए। दूल्हे के चाचा और फुफेरे भाई की भी गई जान

धनारी थाना क्षेत्र के गांव छपरा के सतीश ठाकुर के बेटे विवेक की बरात से वापस लौट रहे बारातियों में से सात लोगों की मौत में दूल्हा विवेक के चाचा राकेश और फुफेरे भाई छोटे उर्फ संतोष भी शामिल हैं।

अचानक आई तेज बारिश ने बचाव कार्य को भी किया प्रभावित

पुलिस के मुताबिक जैसे ही पीआरवी और एंबुलेंस को सूचना मिली तो मौके पर 25 मिनट बाद बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। इस दौरान बारिश भी हो रही थी और जैसे-जैसे पुलिसकर्मी को सूचना मिल रही थी वह भी धीरे-धीरे वहां पहुंचते जा रहे थे। मध्य रात्रि के चलते राहगीर और अन्य लोगों की ओर से कोई मदद नहीं मिल सकी।

chat bot
आपका साथी