किसानों के साथ सम्भल जिले के सपाई भी पहुंचे दिल्ली

जागरण संवाददाता चन्दौसी दिल्ली में चल रहे आंदोलन में सम्भल जिले के किसानों की बड़ी भागेदारी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 31 Jan 2021 11:46 PM (IST) Updated:Sun, 31 Jan 2021 11:46 PM (IST)
किसानों के साथ सम्भल जिले के सपाई भी पहुंचे दिल्ली
किसानों के साथ सम्भल जिले के सपाई भी पहुंचे दिल्ली

जागरण संवाददाता, चन्दौसी: दिल्ली में चल रहे आंदोलन में सम्भल जिले के किसानों की बड़ी भागेदारी हैं। इस आंदोलन के साथ राजनीति भी चमकाने का दौर शुरू हो गया हैं। कुछ सपा कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचे तो सम्भल से सामाजिक संगठन के लोग भी गाजीपुर बार्डर पहुंच गए। लोगों ने वहां पहुंचने के बाद किसानों के आंदोलन का समर्थन किया।

दिल्ली में चल रहा किसानों का आंदोलन अब नया मोड़ ले चुका हैं। अब से पहले किसान ही दिल्ली जाते थे और कुछ दिन रुकने के बाद वापस आ जाते थे, लेकिन इस आंदोलन के माध्यम से राजनीति चमकाने का भी दौर शुरू हो गया हैं। जहां सामाजिक संगठन भी दिल्ली रवाना हो रहे हैं तो वही सपा कार्यकर्ता भी सम्भल जिले से गाजीपुर बार्डर पर पहुंच गए। सपा के पूर्व जिला महासचिव हरवीर यादव भी समर्थकों के साथ पिछले दो दिन से गाजीपुर बार्डर पर डटे हुए हैं। पिछले दो दिन की तरह किसानों का भी दिल्ली जाने का सिलसिला लगातार जारी हैं। चन्दौसी क्षेत्र से भाकियू नेता विजेंद्र सिंह यादव के साथ लगभग 100 किसान रविवार की सुबह आठ बजे दिल्ली पहुंचे तो सिंहपुर सानी क्षेत्र से भी कुछ किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। उधर मांडली समसपुर से एक ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से किसान दिल्ली के लिए निकल पड़े। क्षेत्र के गांव ऐंचवाड़ा डींगर से भी किसान दिल्ली के लिए गए हैं। सम्भल शहर के सामाजिक संगठन के लोग भी दिल्ली पहुंचे हैं। भाकियू नेता वीरेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को भी हमारे क्षेत्र से 200 से अधिक लोग दिल्ली गए हैं। यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा। जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं हो जाते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इनसेट-

विपक्षियों को दिखी उम्मीद की किरण, झोंकी ताकत

चन्दौसी: अब तक केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरने में नाकाम साबित हो रहे विपक्षियों को एक उम्मीद की किरण किसान आंदोलन से नजर आने लगी हैं। ऐसे में राजनीतिक दल के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी गांवों में संपर्क कर लोगों को व पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली भेजने के प्रयास में जुटे हैं। वही हर गांव में रणनीति तैयार की जा रही हैं।

chat bot
आपका साथी