एक क्लिक में पलक झपकते ही खुलेगा अपराधिक इतिहास

शिव कुमार कुशवाहा बहजोई राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो अर्थात एनसीआरबी के द्वारा अपराधियों पर पकड़ बनाने के लिए किए जा रहे लगातार सुधार के क्रम में अब एक बार फिर से सीसीटीएनएस अर्थात क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिग नेटवर्क एंड सिस्टम पर एक और अपडेट किया गया है। जिसके तहत अब विभिन्न थानों की पुलिस के अलावा साइबर सेल और सर्विलांस टीम भी किसी भी अपराधी का अपराधिक इतिहास एक ही क्लिक में सीसीटीएनएस पर देख सकती है। जिसके जरिए न केवल पुलिस को किसी भी अपराधी पर निगरानी की जा सकती है बल्कि उस पर नकेल कसने के लिए आसानी होगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Nov 2021 12:56 AM (IST) Updated:Sat, 06 Nov 2021 12:56 AM (IST)
एक क्लिक में पलक झपकते ही खुलेगा अपराधिक इतिहास
एक क्लिक में पलक झपकते ही खुलेगा अपराधिक इतिहास

शिव कुमार कुशवाहा, बहजोई: राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो अर्थात एनसीआरबी के द्वारा अपराधियों पर पकड़ बनाने के लिए किए जा रहे लगातार सुधार के क्रम में अब एक बार फिर से सीसीटीएनएस अर्थात क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिग नेटवर्क एंड सिस्टम पर एक और अपडेट किया गया है। जिसके तहत अब विभिन्न थानों की पुलिस के अलावा साइबर सेल और सर्विलांस टीम भी किसी भी अपराधी का अपराधिक इतिहास एक ही क्लिक में सीसीटीएनएस पर देख सकती है। जिसके जरिए न केवल पुलिस को किसी भी अपराधी पर निगरानी की जा सकती है बल्कि उस पर नकेल कसने के लिए आसानी होगी।

बता दें कि पुलिस को हाईटेक बनाने के लिए डिजिटल माध्यम से जिले के सभी थानों को सीसीटीएनएस के जरिए संचालित किया जा रहा है। आनलाइन एफआईआर की व्यवस्था वर्ष 2017 से वर्तमान में प्रभावी है जबकि वर्ष 2002 से 2014 तक के आफलाइन रिकार्ड को सीसीटीएनएस पर फीड करने के लिए डाटा पुलिस विभाग को प्रेषित किया जा चुका है। अब वर्तमान में प्रत्येक अपराधी का उसके अपराध से संबंधित विवरण इस वेबसाइट पर अपलोड है। जिसे अब तक पुलिस के उच्चाधिकारियों के अलावा थानों की पुलिस देख पा रही थी जबकि जिले के मुखिया पुलिस अधीक्षक की टीम के अंतर्गत सर्विलांस एसओजी और साइबर सेल को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, जिन्हें अपनी कार्रवाई के लिए थानों की पुलिस पर निर्भर रहना होता था और थानों की पुलिस को इन टीमों की मदद के लिए भी समय-समय पर निर्भर रहना पड़ता है। इन सभी का समायोजन करने के लिए एनसीआरबी की सिफारिश पर अब सीसीटीएनएस पर साइबर सेल सर्विलांस और न्यायालय से जुड़े अधिकारियों की यूजर आईडी बनाई जा रही हैं जो कि किसी भी अपराधी का रिकार्ड एक ही क्लिक में कंप्यूटर पर देख सकते हैं। जिले पर संचालित होने वाले सीसीटीएनएस लैब में सभी डाटा को एकत्रित किया जा रहा है। जिसमें अपराधियों के फिगरप्रिट आधार कार्ड को भी लिक करने की तैयारी की जा रही है।

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वाहनों का विवरण भी मिलेगा

अब तक पुलिस के समक्ष आने वाली दिक्कतों को देखते हुए विभाग की ओर से सीसीटीएनएस पर विवाद या मुकदमा से संबंधित वाहनों का विवरण फीड किया जा रहा है। जिससे निकट भविष्य में चोरी या ऐसी घटनाओं में संलिप्त वाहनों को जल्द से जल्द ट्रैक किया जा सकेगा और उनकी गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी।

एनसीआरबी की संस्तुति के बाद सीसीटीएनएस पर कुछ अपडेट किए गए हैं। जिसमें अब साइबर सेल और सर्विलांस की टीम भी किसी भी अपराधी का रिकार्ड सीधे देख सकेंगे। जिनके लिए यूजर आईडी और पासवर्ड बनाने के निर्देश हुए हैं।-सतीश कुमार, प्रभारी सीसीटीएनएस।

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