मीटर रीडिंग में धांधली, उपभोक्ता परेशान
भगवंत यादव चन्दौसी मीटर की रीडिग का काम प्राइवेट कंपनी के पास है। जिस वजह से जमकर मनम
भगवंत यादव, चन्दौसी : मीटर की रीडिग का काम प्राइवेट कंपनी के पास है। जिस वजह से जमकर मनमानी हो रही है। बिल के नाम पर हर माह जेब पर चोट पहुंच रही है। पहले बिजली विभाग के मीटर रीडर ही बिजली के बिलों की रीडिग लेते थे। लेकिन अब प्राइवेट कंपनी को इसका ठेका है। इस दौरान लोगों को खूब लूटा जा रहा है। वहीं, सही मीटरों को भी खराब दर्शा दिया जा रहा है। जिस वजह से उपभोक्ताओं को बिजली दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
पहले बिजली विभाग में मीटर रीडर ही बिजली के बिलों की रीडिग लेते थे, लेकिन कुछ वर्षो से सरकार ने प्राइवेट कंपनी को ठेका दे दिया है। प्राइवेट कंपनी के युवक मीटरों की रीडिग ले रहे हैं। इसके चलते शहर में घरेलू और कामर्शियल मीटरों की रीडिग में बड़ा घपला सामने आ रहा है। मनमाने ढंग से रीडिग भरने के आरोप लग रहे हैं। कहीं यूनिट कम तो कहीं ज्यादा। उपभोक्ताओं के सही मीटरों को भी खराब दर्शा दिया जा रहा है। वहीं, बिल सही कराने के लिए उपभोक्ताओं को भी बिजली दफ्तर के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। नगर के गुमथल रोड स्थित जसवंत सिंह, बहजोई रोड स्थित विनोद कुमार, विकास नगर निवासी पिटू ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू में मीटरों से रीडिग नहीं ली गई थी। जून के बाद सात सौ रुपये से 15 सौ रुपये तक का बिल आया। उसके बाद से लगातार चार हजार से छह हजार रुपये तक के बिल आए हैं। बिजली कटने के डर से बिल जमा कर दिया गया है।
एक बिल एक हजार रुपये से 1500 रुपये तक आता था, लेकिन जून के बाद से बिल बढकर आने लगा है। लगभग चार हजार रुपये तथा उसके बाद आठ हजार रुपये का आया।
चौधरी शिव सिंह, आवास विकास मयूर बिहार
कुछ माह पहले घर का बिल 800 रुपये आया था। इस बार 10570 रुपये बिल आया है। शिकायत सुनने वाला भी कोई नहीं होता है।
अशोक सक्सेना, प्रगति बिहार, निवासी बिजली बिल हर माह 500 रुपये से 700 रुपये आता था। लेकिन इस माह 16 हजार रुपये आया है। यह कैसे हमारे लिए काफी है। इतनी लाइट का उपयोग हम नहीं करते हैं।
विद्यावती, प्रगति बिहार, निवासी पहले बिल कम आता था। लेकिन पिछले माह 10 हजार का बिल आया है। हमारी लाइट भी इतनी नहीं जलती है। लेकिन यह कैसे हुआ समझ नहीं आ रहा है।
अशोक कुमार शर्मा, आवास विकास बढ़े हुए बिलों की शिकायतें आ रही है। काफी लोगों के बिलों को ठीक कर दिया है और जिसका बहुत ज्यादा बिल आ रहा है उसके चेक मीटर लगवाए जा रहें हैं। अगर कोई लिखित में रीडिग लेने वाले के खिलाफ शिकायत करता है तो उसकी जांच कराई जाएगी।
पुनीत दुबे, एसडीओ, चन्दौसी