बिन शादी प्रेमी घर पहुंची थी मीनू, बोली-यही मेरा ससुराल और फिर..मिली लाश

चन्दौसी अजब प्रेम की गजब कहानी के किस्से अक्सर सुर्खियां बनते हैं लेकिन रोहित और मीनू का प्यार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 12:06 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 12:06 AM (IST)
बिन शादी प्रेमी घर पहुंची थी मीनू, बोली-यही मेरा ससुराल और फिर..मिली लाश
बिन शादी प्रेमी घर पहुंची थी मीनू, बोली-यही मेरा ससुराल और फिर..मिली लाश

चन्दौसी : अजब प्रेम की गजब कहानी के किस्से अक्सर सुर्खियां बनते हैं लेकिन, रोहित और मीनू का प्यार असफल 'किस्सा' बनकर रह गया। बेहद प्यार था दोनों में। खासकर मीनू जान छिड़कती थी रोहित पर। जुनून की इस हद तक कि बिना शादी के पहुंच गई लड़के के घर और प्रेमी के भाई से दो टूक कह डाला-यही मेरी ससुराल है और आज से घर भी। मैं यहां से कही नहीं जाने वाली..। हालांकि, मीनू की यह जिद इतनी आसानी से पूरी होने वाली नहीं थी। रोहित का भाई उनके मिलन के लिए हरगिज तैयार नहीं हुआ। उसे घर से भगा दिया। इस वाकया के बाद ही मीनू अचानक कहां गायब हो गई, कोई नहीं जानता था। आखिर में शनिवार को एक खबर उड़ी-वह तो खेत में मरी पड़ी है..।

गांव मंगरेजपुर निवासी रोहित उर्फ बबलू का अपने ही बिरादरी की पड़ोसी मीनू (22) से साल भर से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों की पहली मुलाकात जंगल में हुई और दिल दे बैठे। प्यार को परवान चढ़ा तो दोनों ने साथ जीने-मरने की कसम उठा ली। मीनू ने साफ कर दिया कि रोहित के बिना नहीं रह सकती। शादी के लिए घर में भी बगावत कर दी, जिसके चलते आए दिन विवाद होता था। शुक्रवार दोपहर मामला इतना बढ़ा कि मीनू अपने घर से निकल सीधे प्रेमी की चौखट पर पहुंच गई। रोहित उस समय मुरादाबाद में था, लेकिन घर पर उसका बड़ा भाई कल्याणदास मिले। जब उन्होंने आने का कारण पूछा तो मीनू ने सिर्फ इतना ही कहा कि यह मेरी ससुराल है। आज से यही पर रहूंगी। कल्याणदास ने विरोध करते हुए उसे जाने को कहा लेकिन, वह बोली-यह मेरा भी घर है। हंगामा बढ़ा तो भीड़ जुट गई। यह देख कल्याणदास ने मीनू को भगा दिया, मगर वह लौटकर अपने घर नहीं पहुंची। उधर, रोहित कहकर मुरादाबाद जाने की गया था मगर उसका भी कुछ पता नहीं चला। लोगों का मानना हैं कि शायद युवती ने उसे फोन कर बुला लिया। उसके बाद क्या हुआ, कोई नहीं जानता। आत्महत्या की बात किसी को हजम नहीं हो रही है।

------- ढाई शीशी सल्फास खाई तो फांसी क्यों लगाई..? बड़ा सवाल

- गोली खाते ही युवती की मौत हुई, युवक कैसे फांसी तक रुका रहा

- आत्महत्या पर उठ रहे कई सवाल, ऑनरकिलिग की आशंका जागरण संवाददाता, चन्दौसी: भले ही प्रेमी युगल की मौत को पुलिस फिलहाल आत्महत्या मान रही मगर, कई अनसुलझे सवाल बाकी हैं। तर्क यह है कि जब दोनों ने ढाई शीशी सल्फास खा लिया था तो फिर रोहित को फांसी लगानी क्यों पड़ी? जिस मात्रा में सल्फास की खाली शीशी मिली, उससे फांसी की गुंजाइश ही नहीं बचती। यह बात हम नहीं बल्कि डॉक्टर भी कह रहे हैं।

डॉक्टरों की मानें तो सल्फास की एक ताजी गोली खाने के बाद बचना बेहद नामुमकिन हो जाता है। मंगरेजपुर गांव में जिस स्थान पर प्रेमी का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला, वहां पर सल्फास की दो शीशी, जबकि मीनू की लाश के बराबर में भी इतनी मात्रा सल्फास की मिली है। इन चार शीशियों में से ढाई शीशी गोली दोनों खा चुके थे। ऐसे में पुलिस की कहानी कि दोनों ने पहले सल्फास खाया है और उसके बाद प्रेमी ने फांसी लगाकर जान दे दी..गले नहीं उतर रही। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद काफी कुछ सामने आएगा। कोट-

सल्फास बहुत तेज जहरीला पदार्थ है। इसके सेवन से जान बचने की संभावना बेहद कम है। इतिहास में एक दो फीसद केस ही ऐसे आए हैं जो सल्फास का इस्तेमाल करने के बाद बच गए हों। जिसने ढाई शीशी सल्फास की गोली खाई है, उसे बचाना असंभव है।

हरवेंद्र सिंह, प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चन्दौसी

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