गंगा तट पर स्नान ध्यान के बीच मचा कोहराम
बबराला (सम्भल) माघ पूर्णिमा पर श्रद्धालु गंगा घाट पर स्नान ध्यान और पूजा पाठ में लगे थे तभी युव
बबराला (सम्भल) : माघ पूर्णिमा पर श्रद्धालु गंगा घाट पर स्नान ध्यान और पूजा पाठ में लगे थे तभी युवकों और तीन किशोरियों के गंगा में डूबने से कोहराम मच गया और सभी लोग घबराए से घाट पर हुई घटना को देख बेचैन हो उठे। साथ आए लोगों को तलाश करने लगे। काफी देर तो स्थित समझने में लगी।
गंगा में स्नान करने वाले करने वाले लोग कुछ समझ पाते कि एक के बाद एक पांच लोग गहरे पानी में समा गए। पहली घटना में दो युवक डूबे तो दूसरी घटना में तीन किशोरियां। माघ पूर्णिमा के स्नान की यहां मान्यता है और गंगा में डुबकी लगाने के लिए सम्भल के साथ बदायूं, बुलंदशहर के हजारों लोग यहां मौजूद थे। सुबह जैसे ही यहां बदायूं जनपद के फैजगंज बेहटा के ग्राम आसफपुर का बादल डूबा तो उसे देखकर अवनीत भी डगमगा गया और वह भी डूब गया।कुछ पल के लिए जब दोनों के सिर पानी से ऊपर आए तो बचाओ की आवाज निकली। यह आवाज जब तक बाकी लोगों तक पहुंचती तब तक तक देरी हो चुकी थी। गोताखोर भी तैयार बैठे थे और कुछ ही पल में उन्होंने भी नदी में छलांग लदा दी। काफी प्रयास किया लेकिन दोनों की लाश लेकर ही गोताखोर लौटे। उन्हें बचाया नहीं जा सका था। इस घटना को कुछ ही वक्त बीता था कि अचानक से बदायूं जनपद के ही फैजगंज बेहटा के ही किशनपुर कील रहने वाली अमरवती (14) पुत्री इंदर, पूजा (13) पुत्री उरमान, कश्मीरा (12) पुत्री रामदास भी नहाते समय गंगा के गहरे पानी में जा पहुंची। वह डूबने लगीं। चूंकि ये तीनों ज्यादा आगे नहीं गई थीं। ऐसे में गोताखोरों ने पहली घटना के बाद से ही सतर्कता बरती और तीनों किशोरियों को उन्होंने बचा लिया। पुलिस ने दिया इनाम
बबराला : जिस समय यह घटना हुई वहां पुलिस भी पहुंच गई थी। गोताखोरों ने जैसे ही तीनों युवतियों को निकाला पुलिस ने भी राहत की सास ली। चौकी प्रभारी पवन कुमार ने गोताखोरों को अपने पास से बख्शीश भी दी।
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स्वजनों ने हाथ जोड़ दिया धन्यवाद
बबराला : तीनों किशोरियों को गंगा से बाहर निकालने वाले गोताखोर स्वजन के लिए भगवान से कम नहीं थे। स्वजन व किशोरियां भी हाथ जोड़े इनका धन्यवाद देने लगीं। लोग भी इनका उत्साहवर्धन करते रहे।