पवांसा में कड़ी सुरक्षा के बीच उपचुनाव संपन्न

विकासखंड पवांसा क्षेत्र के हसनपुर मुंजव्ता गांव में प्रधान पद के प्रत्याशी की बीमारी के चलते मृत्यु हो जाने के कारण 29 अप्रैल को होने वाले प्रधान पद का चुनाव रद्द कर दिया गया था। ऐसे में अब रविवार को प्रधान पद के लिए उप चुनाव के दौरान मतदान की प्रक्रिया को पूरा कराया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 12:37 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 12:37 AM (IST)
पवांसा में कड़ी सुरक्षा के बीच उपचुनाव संपन्न
पवांसा में कड़ी सुरक्षा के बीच उपचुनाव संपन्न

जेएनएन, सम्भल/पवांसा : विकासखंड पवांसा क्षेत्र के हसनपुर मुंजव्ता गांव में प्रधान पद के प्रत्याशी की बीमारी के चलते मृत्यु हो जाने के कारण 29 अप्रैल को होने वाले प्रधान पद का चुनाव रद्द कर दिया गया था। ऐसे में अब रविवार को प्रधान पद के लिए उप चुनाव के दौरान मतदान की प्रक्रिया को पूरा कराया गया।

रविवार को पवांसा ब्लाक क्षेत्र के गांव हसनपुर मुंजव्ता में प्रधान पद के लिए उप चुनाव के दौरान मतदान की प्रक्रिया को पूरा किया। यहां एक मतदान केंद्र पर छह बूथ बनाए गए थे। मतदान के दौरान कोरोना गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा था। मतदान केंद्र में बूथों के बाहर तैनात पुलिस कर्मी मतदान के लिए आने वाले मतदाताओं से मास्क लगाने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए कह रहे थे। प्रत्येक बूथ पर कोरोना नियमों का पालन कराया जा रहा था। सुबह को जब मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई तो सभी बूथों पर कुछ भीड़ देखने को मिली, लेकिन जैसे जैसे दिन चढ़ा वैसे वैसे भीड़ भी कम होती चली गई। दोपहर करीब 12 बजे बूथ संख्या 160 पर मतदान के लिए मतदाताओं की कुछ भीड़ लाइन में लगी दिखाई दे रही थी। सुरक्षा की दृष्टि से मतदान केंद्र के अंदर ही नहीं बल्कि बाहर भी भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था, जिससे उप चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष व शांति पूर्ण रूप से संपन्न कराया जा सके। बूथ के अंदर बैठा होमगार्ड, सीओ ने लगाई फटकार

मतदान के दौरान बूथ के अंदर मतदान की प्रक्रिया को पूरा करने का जिम्मा मतदान कर्मियों पर होता है। जबकि सुरक्षा की दृष्टि से वहां पर तैनात पुलिस व होमगार्ड को बूथ के बाहर तैनात किया जाता है, जिससे वह व्यवस्था को बनाए रखें। परन्तु पवांसा ब्लाक क्षेत्र के गांव हसनपुर मुंजव्ता में उप चुनाव के दौरान नजारा बिल्कुल अलग ही दिखाई दिया। यहां पर बूथ संख्या 157 पर तैनात होमगार्ड गेट पर नहीं बल्कि बूथ के अंदर मतदान कर्मी के साथ बैठा हुआ था। इतना ही नहीं वह मतदान मतदाताओं के साथ बातचीत करते हुए उनकी आईडी चेक करने के साथ ही मिलान कर रहा था। इस बीच जब होमगार्ड के बू्थ के अंदर बैठने की जानकारी वहां पर मौजूद सीओ गोपाल सिंह को हुई तो उन्होंने उसे फटकार लगाते हुए बूथ के बाहर बैठने के लिए कहा।

बूथ संख्या 159 का तो नजारा ही अलग था

मतदान केंद्र प्रत्येक बूथ पर कोरोना नियम के तहत मतदान कराया गया, लेकिन बूथ संख्या 159 पर नजारा कुछ अलग ही था। यहां बूथ के गेट पर एक मतदान कर्मचारी खड़ा था। जो वहां पर मतदान के लिए आने वाले सभी मतदाताओं के हाथों को सैनिटाइज कराने के बाद ही उन्हें बूथ के अंदर जाने दे रहा था। फर्जी मतदान को पहुंची आठ लड़कियों को पकड़ा, मतदान के बाद छोड़ा

उप चुनाव के दौरान गांव हसनपुर मुंजव्ता में निष्पक्ष मतदान कराने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। इसके साथ ही वहां पर प्रत्याशियों के पोलिग एजेंट भी मौजूद थे। ऐसे में दोपहर बार मतदान केंद्र पर कुछ लड़कियां मतदान के लिए पहुंची तो मतदान कर्मी ने उनकी आईडी को चेक किया, लेकिन मिलान न हो पाने के कारण वह उनकी पहचान कर रहे थे। इसी बीच एक पोलिग एजेंट ने उन्हें दूसरे गांव की रहने वाली बताते हुए फर्जी वोट डालने की बात कही। इसी बीच वहां पर तैनात महिला पुलिस कर्मी आ गई। जिन्होंने फर्जी मतदान के लिए आने वाली सभी आठ लड़कियों को हिरासत में ले लिया और थाने ले आए, लेकिन बाद में मतदान समाप्त होने पर उन्हें बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया गया। मतदाताओं में बना रहा संशय

उप चुनाव को लेकर कुछ मतदाताओं में वोट डालने को लेकर संशय बना रहा। जहां उनका कहना था कि 29 अप्रैल को जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और वार्ड सदस्य के लिए मतदान किया गया था तो सभी की उंगलियों पर निशान लगाए गए थे। जोकि अभी तक नहीं छूटे हैं, जिससे ग्रामीणों में भय बना हुआ था कि कहीं पीठासीन अधिकारी वोट नहीं डालने दे। जिसको लेकर पीठासीन अधिकारी ने दूसरी उंगली का निशान लगाए जाने को कहा। मतदान के समय चन्दौसी क्षेत्राधिकारी गोपाल सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे।

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