डीएपी पर्याप्त पर वितरण के काउंटर कम

जेएनएन चन्दौसी जिले में 2650 मीट्रिक टन खाद आ चुकी है। खाद न आने के चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। मंगलवार की सुबह से ही इफको किसान सेवा केंद्र पर किसानों की भीड़ लगना शुरू हो गई। जब किसानों को खाद मिली तो उनके चेहरे खिल गए। वहीं जिन किसानों को टोकन मिल गया था उन्हें तो खाद मिल गई। लेकिन जिन्हें टोकन नहीं मिला उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 11:33 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 11:33 PM (IST)
डीएपी पर्याप्त पर वितरण के काउंटर कम
डीएपी पर्याप्त पर वितरण के काउंटर कम

जेएनएन, चन्दौसी: जिले में 2650 मीट्रिक टन खाद आ चुकी है। खाद न आने के चलते किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। मंगलवार की सुबह से ही इफको किसान सेवा केंद्र पर किसानों की भीड़ लगना शुरू हो गई। जब किसानों को खाद मिली तो उनके चेहरे खिल गए। वहीं, जिन किसानों को टोकन मिल गया था, उन्हें तो खाद मिल गई। लेकिन जिन्हें टोकन नहीं मिला उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। बता दें कि वितरण के काउंटर भी कम थे, जिसकी वजह से व्यवस्था पूरी तरह से ठीक नहीं बन पाई। सोमवार को मंडी समिति स्थित इफको किसान सेवा केंद्र पर डीएपी लेने के लिए महिलाएं व किसान पहुंच गए थे। केंद्र बंद होने की वजह से किसानों को वापस मायूस होकर लौटना पड़ा। उन्हें बता दिया गया था कि मंगलवार से डीएपी और एनपीए खाद मिलनी शुरू हो जाएगी। डीएपी खाद की इस समय किसानों को बहुत अधिक जरूरत है, इसलिए सुबह 6 बजे से ही महिला व पुरुष लाइन में लग गए। जिसके बाद उन्हें टोकन दे दिए गए। जिन किसानों को टोकन दिए गए थे, उन्हे एक एक करके अंगूठा लगवाकर खाद का वितरण शुरू कर दिया गया। वहीं, किसानों की संख्या पूरी होने के बाद जिन किसानों को टोकन नहीं मिल पाया। उन्हे मायूस होकर लौटना पड़ा। यहां से हर दिन केवल 250 किसान ही खाद पा रहे हैं। इसलिए इफको ने पहले आओ पहले पाओ का नियम बना दिया है। उसी आधार में जो भी किसान लाइन में लगे होते हैं उनमें से शुरुआती 250 किसानों को ही टोकन दिए जाते हैं। महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत

इस सबके बीच महिलाओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नियम अनुसार उसी को खाद दी जाएगी, जिसके नाम से खतौनी होगी। अब ऐसे में जिन महिलाओं के नाम जमीन है उन्हें ही घर के कामकाज छोड़कर लाइन में लगना पड़ रहा है। किसान बोले, नंबर न आए तो टोकन तो दे दो

जिन किसानों को टोकन नहीं मिल सके उनका कहना था कि इफको सेंटर संचालकों को चाहिए जो किसान 250 के बाद रह जाते हैं कम से कम उनको टोकन उसी दिन मिल जाए तो किसानों का समय खराब नहीं होगा। महिलाएं व किसान परेशान भी नहीं होगा और अगले दिन खाद ले लेगा। डीएपी खाद के साथ साथ एनपीए खाद भी किसानों को बांटी जा रही है। ज्यादा से ज्यादा किसानों को खाद बांटने के लिए बात की जा रही है। जैसा ऊपर से निर्देश होगा उसका पालन किया जाएगा।

एके सिंह,प्रभारी इफको किसान सेवा केंद्र

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