कोरोना के कारण नहीं मिल रहे बकरों के खरीदार

ओबरी (सम्भल) इस वर्ष एक अगस्त को बकरीद का त्योहार मनाया जाएगा। त्योहार को लेकर मुस्लिम समुद

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 12:10 AM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 12:10 AM (IST)
कोरोना के कारण नहीं मिल रहे बकरों के खरीदार
कोरोना के कारण नहीं मिल रहे बकरों के खरीदार

ओबरी (सम्भल): इस वर्ष एक अगस्त को बकरीद का त्योहार मनाया जाएगा। त्योहार को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अभी से तैयारी शुरु कर दी है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली साप्ताहिक बाजार बंद हैं। बाजार न लगने की वजह से बकरीद पर कुर्बानी करने के लिए बकरा नहीं मिल रहे है। ऐसे में लोग गांव व गली मुहल्लों में बकरों को खरीद रहे है। यही कारण की जानवर मंदे हैं। जिससे जानवर बेचने वालों व व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

बकरीद के त्योहार का मुस्लिम समुदाय में विशेष महत्व माना जाता है। इस त्योहार पर खास तौर से बकरे की कुर्बानी दी जाती है। इस लिए इसे बकरीद भी कहते है। इस दिन मुस्लिम समाज के लोग अपने अपने बजट के हिसाब से कुर्बानी देते हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से ग्रामीण व नगर में सभी साप्ताहिक बाजार बंद हैं। तो ऐसे में लोगों को कुर्बानी के लिए बकरा बेचने व खरीदने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुर्बानी को जानवर खरीदने के लिए इस समय ग्रामीण क्षेत्रों में अकीदतमंद लोगों ने बकरा व अन्य जानवर खरीदने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जा रहे है। व्यापारी मौलू ने बताया कि इस बार कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पिछले वर्ष 10 से 20 हजार रुपये में बिकने वाला बकरा इस बार पांच से 10 हजार में बिक रहा है। इंसेट----

अन्य प्रदेशों में जाते हैं सम्भल से

सम्भल: कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से इस बार बकरीद पर बकरा लेने बेचने वाले लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस वजह से व्यापारी परेशान है। सम्भल से बकरीद पर दिल्ली, मुम्बई व अन्य शहरों के लिए बकरे जाते हैं। यहां के व्यापारी बकरों को ले जाकर बाहर बेचते हैं और मुनाफा कमाते हैं, लेकिन इस बार बाजार बंद होने की वजह से व्यापारी बाहर नहीं जा पा रहे हैं। इंसेट---

जनपदभर में लगने वाले बकरों की बाजार

1- सरायतरीन

2- पवांसा

3- मनौटा

4- टांडा

5- बबराला

6- गुन्नौर

7- जुनावई

8- गवां

9- अमावती

10- रजपुरा कोट---

कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से सभी बाजार बंद हैं। इसी वजह से इस बार बकरीद पर हम लोग सम्भल से अन्य राज्यों को बकरा नहीं ले जा पा रहे हैं। इसी कारण जानवर बंधे हैं। लगता एक साल और बकरों को पालना पड़ेगा। बकरों का वजन ज्यादा होने पर रोग होने लगते हैं।

शकील अहमद, बकरा व्यापारी कोट- कोरोना महामारी के चलते साप्ताहिक बाजार नहीं लग रही हैं। जिसकी वजह से हम लोग अपने बकरों को बेच नहीं पा रहे हैं। ऐसे में बकरों के रेट भी सही नहीं मिल पा रहे हैं। जिससे इस बार भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

जाबिर अली, किसान ओबरी

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