लगातार बढ़ रही रसोई गैस की कीमत, हर तबका परेशान
चन्दौसी रसोई गैस की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है। बढ़ी कीमतों ने मध्यम वर्ग की कमर त
चन्दौसी: रसोई गैस की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है। बढ़ी कीमतों ने मध्यम वर्ग की कमर तोड़कर रख दी है। बड़ी चालाकी के साथ गैस की कीमतें बढ़ा दी, लेकिन सब्सिडी लगातार घट रही है। खातों में 20 रुपये से कम की सब्सिडी पहुंच रही है। जबकि आज रसोई गैस की कीमत 715 रुपये है।
महंगाई की आग ने अब गैस सब्सिडी को अपनी चपेट में लेना शुरु कर दिया है। कंपनियों ने सिलिंडर के दाम इतनी चालाकी से बढ़ाएं कि उसे समझना आम आदमी के समझ से बाहर है। इस समय उपभोक्ता 715 का सिलिंडर खरीद रहे हैं। जबकि इस पर सब्सिडी 19.90 रुपये खाते में आ रही है। पांच वर्ष पूर्व भले ही सिलिंडर कीमत 998 रुपये थी, लेकिन तब सब्सिडी खाते में 568 रुपये पहुंचती थी। अब कीमत तो बढ़ ही रही, लेकिन सब्सिड़ी बिलकुल खत्म होती जा रही है। कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडॉउन के बाद सब्सिडी लगातार घट रही है। पिछले वर्ष अप्रैल में इसे घटाकर 182.90 रुपये, मई में उपभोक्ता के खाते में कोई सब्सिडी नहीं पहुंची। जून में गैस की कीमत बढ़ाई तो सब्सिड़ी करीब 20 रुपये कर दी। नवंबर व दिसंबर में लगातार दाम बढ़े और अब आम उपभोक्ता को सिलिंडर 715 रुपये मिल रहा है जबकि सब्सिडी वहीं 19.90 रुपये है। लगातार बढ़ रही महंगाई से उज्जवला योजना के तहत गैस लेने वाले भी परेशान है। वह इतनी महंगा सिलिंडर खरीदने में असमर्थ बने हुए है। कोट-
सरकार ने पहले खासी सब्सिडी देकर सभी को लुभा लिया। अब बड़ी चालाकी के साथ सारी सब्सिडी खत्म करके मध्यम वर्ग व निम्न वर्ग की कमर तोड़कर रख दी है।
विनय कुमार वीनू, मुंसिफ रोड
कोट-
सब्सिड़ी लगभग खत्म करके सिलिंडर के दाम हर महीने बढ़ रहे है। आज उपभोक्ता को 715 रुपये में सिलिंडर खरीदना परेशानी का सबब बना हुआ है।
जानकी देवी, मयूर विहार
कोट-
सरकार का उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन देने से कोई फायदा नहीं हुआ है। महंगा सिलिंडर होने के कारण लोग बिना गैस के ही काम चला रहे है।
विनय अग्रवाल वैष्णो विहार
कोट-
गैस के दाम बढ़ने और सब्सिडी खत्म होने से मध्यम व निम्न वर्ग ने अब इसके विकल्प तलाशने शुरू कर दिए हैं। क्योंकि अब रसोई गैस महंगा सौदा साबित हो रही है।
सनी कुमार, आवास विकास