बाढ़ को लेकर प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियां पूरी

जेएनएन सम्भल (सम्भल) उत्तराखंड में भारी बरसात के बाद गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से तहसील क्षेत्र के बाढ़ संभावित गांव में पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों को सचेत कर दिया है। हालांकि अभी पानी ग्रामीण क्षेत्र से लगभग एक किलोमीटर दूर है। प्रशासन की ओर से बाढ़ चौकियों पर भी प्रभारी को तैनात करने के साथ साथ लेखपालों को भी तैनात किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 12:38 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 12:38 AM (IST)
बाढ़ को लेकर प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियां पूरी
बाढ़ को लेकर प्रशासन ने कसी कमर, तैयारियां पूरी

जेएनएन, सम्भल (गुन्नौर): उत्तराखंड में भारी बरसात के बाद गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से तहसील क्षेत्र के बाढ़ संभावित गांव में पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों को सचेत कर दिया है। हालांकि, अभी पानी ग्रामीण क्षेत्र से लगभग एक किलोमीटर दूर है। प्रशासन की ओर से बाढ़ चौकियों पर भी प्रभारी को तैनात करने के साथ साथ लेखपालों को भी तैनात किया गया है।

तहसील क्षेत्र के बाढ़ संभावित क्षेत्र में प्रशासन ने पांच बाढ़ चौकियां बनाई हैं, जिनमें मिठनपुर चौकी पर राजस्व निरीक्षक शिवदयाल, खिरकवारी टप्पा वैश्य चौकी पर राजस्व निरीक्षक दुष्यंत कुमार माथुर, काशीपुर चौकी पर राजस्व निरीक्षक प्रदीप कुमार गुप्ता, चाऊपुर चौकी पर राजस्व निरीक्षक सतीश चंद्र, शहजहांनाबाद चौकी पर राजस्व निरीक्षक फारूक अली तैनात है। सभी चौकी प्रभारियों के साथ में चार-चार लेखपालों की भी तैनाती की गई है। चौकी प्रभारी अपने-अपने चौकी क्षेत्र के गांव से जानकारी लेकर समय-समय पर अधिकारियों को दे रहे हैं। ऐसे में अधिकारी भी बाढ़ को लेकर पल पल की खरब से अपडेट हो रहे है। वहीं, पुलिस गंगा किनारे बसे गांव में जाकर ग्रामीणों को बढ़ते जलस्तर की जानकारी देकर सचेत कर रही है।

तहसील क्षेत्र में गंगा में बाढ़ आने पर उदिया नगला, रघुपुर पुख्ता, सालिग की मढैय्या, मैगरा, समसपुर गंग, बझांगी आदि गांवों में सबसे पहले बाढ़ का पानी आता है। यदि गंगा का जलस्तर बढ़ता है और क्षेत्र में बाढ़ आती है तो समस्त सीएचसी में तैनात डाक्टर व कर्मचारी, पशु चिकित्सक आंगनबाड़ी आदि का बाढ़ क्षेत्र में सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए उन्हें व्यवस्था करते हुए किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कहा गया है।

बुधवार की शाम को गंगा का जलस्तर 191414 क्यूसेक व पानी का लेवल 178.36 मीटर था। गुरुवार की सुबह 205658 क्यूसेक हो गया। जबकि पानी का लेवल 178.40 मीटर हो गया। गेज प्रभारी के मुताबिक पानी का लेवल खतरे के निशान से मात्र 00.36 मीटर नीचे है।

सुबह के समय बाढ़ संभावित गांव का दौरा किया गया है। अभी पानी गांव से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर है। यदि पानी बढ़ता है और गांव के नजदीक आता है तो उसकी व्यवस्था पूरी कर ली है। सभी बाढ़ चौकी प्रभारियों को अलर्ट कर दिया गया है। रामकेश सिंह, एसडीएम गुन्नौर

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