ग्लोबल योग कांफ्रेंस के उद्घाटन में जुटे कई देशों के योग विशेषज्ञ

ग्लोबल योग कांफ्रेस के वर्चुअल उद्घाटन में कई देशों के योग विशेषज्ञ और केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। कांफ्रेस में कोरोना महामारी के दौरान पूरी दुनिया के द्वारा सेहत की कीमत को समझने की बात सामने आई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 10:54 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:54 PM (IST)
ग्लोबल योग कांफ्रेंस के उद्घाटन में जुटे कई देशों के योग विशेषज्ञ
ग्लोबल योग कांफ्रेंस के उद्घाटन में जुटे कई देशों के योग विशेषज्ञ

सहारनपुर, जेएनएन। ग्लोबल योग कांफ्रेस के वर्चुअल उद्घाटन में कई देशों के योग विशेषज्ञ और केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। कांफ्रेस में कोरोना महामारी के दौरान पूरी दुनिया के द्वारा सेहत की कीमत को समझने की बात सामने आई। भारत की योग विद्या का उल्लेख सबसे पहले आया और इसी को योग के विश्व में बढ़ती प्रसिद्धि का आधार बताया गया।

मंगलवार देर शाम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने मोक्षायतन योग संस्थान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में आयोजित चार दिवसीय वर्चुअल ग्लोबल योग क्रांफ्रेस का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि आज की परिस्थिति में जब जिम्नेजियम बंद हैं खेल के मैदान बंद हैं बाहर आने जाने पर आवश्यक पाबंदी स्वास्थ्य के लिए चुनौती है, ऐसे में अनेक तरह की लाइफस्टाइल डिजीज उबर कर के सामने आई हैं जिन का इलाज योगमय जीवन शैली में ही है। उन्होंने योग को वर्तमान लोकप्रियता तक पहुंचाने और उसे वैश्विक रुचि का विषय बनाने में योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण व उनके नेतृत्व में मोक्षायतन योग संस्थान के योगदान को सराहा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाईक ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का तोहफा दुनिया को देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। योग को विश्व स्वीकार्यता दिलाने में योग गुरु स्वामी भारत भूषण व पूर्ववर्ती योगियों के योगदान को भी उन्होंनें सराहा। स्वामी भारत भूषण ने विश्वव्यापी कोरोना महामारी के दौरान भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय और आयुष मंत्रालय द्वारा आपदा के विरुद्ध लड़ी गई लड़ाई को दुनिया के लिए मिसाल बताया। उद्घाटन के बाद कांफ्रेंस को एक दर्जन देशों के विशेषज्ञ चार दिन तक संबोधित करेंगे।

मोक्षायतन की निदेशक और पूर्व राजनयिक आचार्या प्रतिष्ठा ने सहयोग में छिपी योग की शक्ति का जिक्र करते हुए कहा कि मोक्षायतन की विकास यात्रा इसकी मिसाल है। उन्होंने बताया कि इस ग्लोबल कांफ्रेस का लोगो भी संस्थान की 11 वर्षीय साधिका देवी प्रत्यक्षा द्वारा तैयार किया गया है जो गत वर्ष मारिशस की राष्ट्रीय विजेता थी। उद्घाटन के बाद कांफ्रेंस के पहले दिन के सत्र को एसोसिएशन आफ आर्युवेदिक फिजिशियन मारीशस के प्रेसिडेंट डाक्टर कोमल चंद राधाकिसून, अफ्रीका की जानी मानी डाक्टर व योग एवं आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डा नेशन्त्री गोविदर और ताइवान में इंटीग्रल योगा की अध्यक्ष जिनी मलिका संबोधित करेंगी।

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