युवा ग्राम प्रधान महामारी से निपटने को अपने गांवों में कर रहे काम
सचमुच युवाओं में कुछ कर दिखाने का जज्बा है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीते अधिकांश युवा प्रधान इस कोरोना संकट से निपटने के लिए अपने-अपने तरीके से काम कर रहे हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। सचमुच युवाओं में कुछ कर दिखाने का जज्बा है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीते अधिकांश युवा प्रधान इस कोरोना संकट से निपटने के लिए अपने-अपने तरीके से काम कर रहे हैं। कोई गांव की साफ-सफाई करा रहा है तो कोई कीटनाशक का छिड़काव तो कुछ मच्छरों की भरमार को देखते हुए गांवों में फागिग करा रहे हैं। मतलब साफ है कि युवाओं की यह सोच रही तो आने वाले पांच सालों में गांवों की सूरत बदल सकती है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव इस साल युवा ग्राम प्रधान चुने गए हैं, ग्रामीणों ने युवाओं की सोच को ध्यान में रखकर उन्हें अपना प्रधान चुना है कि युवा है तो अच्छा काम करेगा। चुने जाने के तुरंत बाद इन प्रधानों ने भी अपने अपने गांव की जनता के विश्वास पर खरा उतरना शुरू कर दिया है। सभी विकासखंडों में इन प्रधानों द्वारा अपनी-अपनी टोली के साथ काम किया जा रहा है ताकि गांव को साफ सुथरा रख इस कोरोना महामारी से किसी तरह निजात दिला सकें। मंगलवार की रात ऐसा ही एक नजारा अंबाला रोड के गांव सौराना में देखने को मिला जहां नवनिर्वाचित युवा प्रधान आकाश गुर्जर उर्फ गोलू अपनी टोली के साथ रिक्शा पर फागिग मशीन लेकर गलियों में घूम रहे थे। प्रधान गोलू खुद रिक्शा चला रहे थे और टोली पीछे फागिग कर जनता को साफ सफाई का संदेश दे रही थी। ऐसे नजारे इसी गांव में नहीं बल्कि जनपद के लगभग हर उस गांव में देखने को मिल रहे हैं। जहां युवा प्रधान निर्वाचित हुए हैं। प्रधान के इस कार्य की गांव के लोग भी प्रशंसा कर रहे हैं।