महिलाओं को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की अधिक जरूरत : डा. रेखा मराठा

कोरोना को हराने के लिए बेहतर खानपान की भी काफी जरूरत है। भागदौड़ भरी जिदगी में लोग अक्सर अपने खानपान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं लेकिन इस कोरोना काल में यह लापरवाही बिलकुल नहीं करनी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 11:21 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 11:21 PM (IST)
महिलाओं को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की अधिक जरूरत : डा. रेखा मराठा
महिलाओं को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की अधिक जरूरत : डा. रेखा मराठा

सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना को हराने के लिए बेहतर खानपान की भी काफी जरूरत है। भागदौड़ भरी जिदगी में लोग अक्सर अपने खानपान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं, लेकिन इस कोरोना काल में यह लापरवाही बिलकुल नहीं करनी है। डाक्टर रेखा मराठा का कहना है कि महिलाओं और बच्चों को खानपान पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।

डा. रेखा मराठा का कहना है कि महिलाएं अक्सर घर के काम में उलझी रहने के कारण अपने खानपान पर ध्यान नहीं दे पाती है। उन्हें पता नहीं होता कि रोग प्रतिरोधक क्षमता किस तरह के खाने से बढ़ेगी। बच्चों को भी इस बारे में ज्ञान नहीं होता है। इसलिए घर की महिला को चाहिए कि वह खुद का ध्यान रखे और बच्चों का भी रखे। महिलाओं और पुरषों को सुबह के समय गेहूं और जौ से बना दलिया खाना चाहिए। उबली हुई दालों का पानी पीना चाहिए। उबली दाल को खाना चाहिए। फलों में संतरा, नींबू, अनानास, कीवी आदि को खाना चाहिए। दोपहर के खाने में टमाटर, मूली, नींबू, चकुंदर, प्याज का सलाद लेना चाहिए। रात में खाना खाने के बाद एक गिलास दूध लेना चाहिए। रात के समय बादाम को भिगोकर रख देना चाहिए। सुबह के समय छिलके उतारकर खाने चाहिए। यह सब करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

परिवहन व्यवसाय पर मंडराने लगा कारोबार बचाने का संकट

सहारनपुर :

उत्तर प्रदेश मोटर ट्रांसपोर्टर्स फेडरेशन एवं सहारनपुर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ब्रित चावला ने कहा कि कोविड-19 की त्रासदी व महामारी का प्रभाव झेला नहीं जा रहा है। जो किश्तों वाले वाहन हैं वह खड़े हो गए हैं, ऐसे में वाहनों की खरीद न मुमकिन है। कर्जा पूर्व में ही इतना अधिक हो गया है और प्रतिस्पर्धा चरम पर पहुंच गई है। ऐसे में परिवहन जगत पर कारोबार का संकट बढ़ता जा रहा है।

टीपी नगर में परिवहन व्यवसायियों की बैठक में उन्होंने कहा कि डीजल एवं पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में रोजाना वृद्धि के कारण सम्पूर्ण परिवहन व्यवसाय बर्बादी के कगार पर है। वाहनों की किश्तों का कर्ज पहले ही ब्याज लगकर इतना अधिक हो गया है। चावला ने कहा कि वाहन निर्माता कंपनियों का संगठन आटो मोबाइल डीलर ने भी माना है की अप्रैल में वाहनों के पंजीकरण और बिक्री में कोविड़ के कारण 32 प्रतिशत की गिरावट आई हैं। हाल में ही केन्द्रीय परिवहन मंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि वर्तमान में भी परिवहन व्यवसाय को पूर्व की भांति साहुलियत दी जाए।

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