आग लगने से गेहूं की पांच बीघा फसल जली

नानौता में बिजली के तार से गिरी चिगारी से कस्बा वासी एक किसान की करीब पांच बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। पीड़ित ने अधिकारियों से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:52 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 06:52 PM (IST)
आग लगने से गेहूं की पांच बीघा फसल जली
आग लगने से गेहूं की पांच बीघा फसल जली

सहारनपुर, जेएनएन। नानौता में बिजली के तार से गिरी चिगारी से कस्बा वासी एक किसान की करीब पांच बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। पीड़ित ने अधिकारियों से मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।

क्षेत्र के गांव भाबसी निवासी किसान प्रमोद पुत्र सुभाष के खेत के ऊपर से बिजली की एचटी लाइन गुजर रही है। मंगलवार को लाइन से गिरी चिगारी से नीचे पकी खड़ी गेहूं की पांच बीघा फसल जल गई। खेत में धुआं उठते हुए देख मौके पर पहुंचे पड़ोस के दर्जनों ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सौभाग्य रहा की आग पर जल्द काबू पा लिया गया। वरना पास के अन्य खेत भी चपेट में आ जाती। इससे पूर्व ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन बिजली निगम के अधिकारी सुनवाई नहीं करते।

धूमधाम से मनाया वैशाखी पर्व

गंगोह: मोहल्ला कानूनगोयान स्थित गुरुद्वारे में मंगलवार को ग्रंथी निर्मल सिंह द्वारा विशेष पाठ पढ़ा गया, जहां दोपहर काफी श्रद्धालुओं की भागीदारी रही, जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के नारों के बीच निशान साहिब का चोला भी बदला गया। श्रद्धालुओं ने गुरू ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेका। अरविद कपूर, सरदार बलकार सिंह, अमरदीप सिंह लाड्डी के अलावा मातृ शक्ति भी मौजूद रही।

गुरुद्वारा दैदनौर में भी खालसा पंथ की स्थापना पर धार्मिक कार्यक्रम हुए। ग्रंथी दलबीर सिंह ने अपने विचार रखे। वैशाखी पर्व पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस पर्व को खेती का पर्व भी कहा जाता है। किसान भी इस पर्व को आनन्द व उत्साह के साथ मनाते हैं।

chat bot
आपका साथी