गेहूं की कटाई अभी खत्म नहीं, धान की लगाना शुरू

गंगोह में अभी तक क्षेत्र में गेहूं की फसल पूरी तरह उठाई नहीं जा सकी है। क्षेत्र में अनेक किसानों ने धान को लगाने का काम शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 09:50 PM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 09:50 PM (IST)
गेहूं की कटाई अभी खत्म नहीं, धान की लगाना शुरू
गेहूं की कटाई अभी खत्म नहीं, धान की लगाना शुरू

सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह में अभी तक क्षेत्र में गेहूं की फसल पूरी तरह उठाई नहीं जा सकी है। क्षेत्र में अनेक किसानों ने धान को लगाने का काम शुरू कर दिया है।

मौसम की अनियमितता के कारण किसान अभी तक अपने खेतों से पूरी तरह गेहूं नहीं उठा सके है। इस समय किसान तेजी से गेहूं की कटाई में लगा हुआ है। उन किसानों की संख्या अभी काफी है, जिन्होंने अभी तक गेहूं को गहाई कर अपने कब्जे नहीं किया है। मौसम इस समय अनियमित चल रहा है। माना जा रहा है कि एक सप्ताह से कुछ ज्यादा समय के अंदर गेहूं की गहाई का काम पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। गेहूं की फसल से निपटने के बाद किसान गन्ना व धान बोने की तैयारी में लग जाते है। क्षेत्र में उन किसानों ने जिन्होंने गेहूं से अपने खेत खाली कर लिए है अपना गन्ना बोना शुरू कर दिया है। उधर, क्षेत्र में अनेक किसानों ने धान की रोपाई भी शुरू कर दी है। बताया जाता है कि साठी कहीं जाने वाली धान की यह फसल शीघ्र ही पक कर तैयार होती है। यह भी बताया जाता है कि अधिक पानी की खपत के कारण हरियाणा में इसे बोने पर पाबंदी है। यहां के किसान धान की इस नस्ल को धड़ल्ले से बो रहे है। इस बारे में एसडीएम से बात करनी चाही परन्तु उनसे संपर्क नहीं हो सका।

वायरल बुखार फैलने से ग्रामीण परेशान, नहीं मिल रहा उपचार

खेड़ा अफगान: मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से क्षेत्र में वायरल बुखार बहुत तेजी से फैलने लगा है। लाचार सिस्टम से बेबस मरीज स्वास्थ्य केंद्रों व डाक्टरों के चक्कर काट रहे हैं। उपचार तो दूर की बात जिनसे कोई सीधे मुंह बात करने को राजी नही हैं।

क्षेत्र के गांव फंदपुरी, जगैता न•ाीब, रानियाली, खेड़ा अफगान, धौराला आदि गांव में वायरल बुखार का प्रकोप बुरी तरह फैला है। वायरल में सबसे अधिक मरीज सर्दी, जुकाम, खांसी और वायरल बुखार से पीड़ित आ रहे हैं। स्थानीय डाक्टरों का कहना है कि ऐसे मौसम से वायरल फीवर तेजी से फैलने का अधिक खतरा रहता है साथ ही कोरोना के कारण दूर से ही मरीजों को देखा जा रहा है। मौसम में हो रहे बदलाव के कारण सुबह, शाम मौसम ठंड़ा व दोपहर को भयंकर गर्मी बरस रही हैं। मौसम में कई बार बदलाव होने के कारण मौसमी बुखार चल रहा हैं। लेकिन बीते वर्ष से देशभर में फैले कोरोना महामारी के कारण चिकित्सा केंद्रों में भी चिकित्सक कोरोना के डर से मरीजों से दूरी बनाए हुए हैं। सुबह-शाम सर्दी रहती है। दोपहर के समय धूप निकलने से मौसम गर्म हो जाता है।

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