मार्ग का निर्माण नहीं होने से ग्रामीण परेशान

गागलहेड़ी में लंबे समय से खस्ताहाल हरोड़ा अहतमाल खतौली मार्ग का निर्माण न होने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के कारण खतौली को जाने वाले मार्ग पर बनी पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:44 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:44 PM (IST)
मार्ग का निर्माण नहीं होने से ग्रामीण परेशान
मार्ग का निर्माण नहीं होने से ग्रामीण परेशान

सहारनपुर, जेएनएन। गागलहेड़ी में लंबे समय से खस्ताहाल हरोड़ा अहतमाल खतौली मार्ग का निर्माण न होने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के कारण खतौली को जाने वाले मार्ग पर बनी पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

ग्रामीणों ने मार्ग व क्षतिग्रस्त पुलिया का निर्माण कराए जाने की मांग की है। ग्रामीणों की समस्या की जानकारी मिलने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेश जौहरी ने ग्रामीणों के साथ मंगलवार दोपहर खस्ताहाल मार्ग का हाल देखा, उन्होंने ग्रामीणों से जल्द ही जिला पंचायत अध्यक्ष से बात कर क्षतिग्रस्त मार्ग व पुलिया निर्माण कराने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों संदीप, सागर आदि ने बताया कि सड़क खस्ताहाल होने के कारण ग्रामीणों को लंबे रास्तों से आना जाना पड़ रहा है। हरौड़ा गांव के पूर्व प्रधान साहब राव, यूसुफ अली, मनोज धीमान, खलील मलिक, नसीम, राहुल, मुन्नू, आदि मौजूद रहे।

पालिका की उदासीनता से बना संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा

सरसावा: बारिश के मौसम में संक्रमण बीमारियों के फैलने का भय बना रहता है। बावजूद इसके पालिका प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग उदासीनता अपनाए हुए है। बाजार में कुछ दुकानों पर खुले मे मिठाई व कटे फटे फल सब्जियों की बिक्री हो रही है जिन पर मक्खियां भिनभिनाती रहती है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

बरसात के मौसम में मच्छरों व मक्खियों का प्रकोप बना रहता है, जिस कारण इस मौसम में संक्रामक बीमारियों के फैलने का भय बना रहता है। इस मौसम में चिकित्सक भी विशेष रूप से साफ सफाई रखने की बात कहते है। बावजूद इसके बाजार व मोहल्लों मे कुछ दुकानों पर खुले मे रखी मिठाई व कटे फटे फल सब्जी आदि बे रोक टोक बेची जा रही है। पालिका प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग जानते हुए भी अनजान बना है।जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते जागरूक लोगों ने इनकी बिक्री पर कड़ाई से रोक लगाए जाने की मांग की ताकि जन स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके।

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