्रजनपद की नवगठित 265 पंचायतों में समितियों का गठन

कोरम पूरा करने वाली 265 ग्राम पंचायतों का शपथ ग्रहण के बाद रविवार को जनपद की पंचायतों में प्रथम बैठक हुई। कोविड की गाइडलाइन का पालन करते हुए ये बैठकें पंचायत भवन या प्राथमिक विद्यालयों में हुई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 08:36 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 08:36 PM (IST)
्रजनपद की नवगठित 265 पंचायतों में समितियों का गठन
्रजनपद की नवगठित 265 पंचायतों में समितियों का गठन

सहारनपुर, जेएनएन। कोरम पूरा करने वाली 265 ग्राम पंचायतों का शपथ ग्रहण के बाद रविवार को जनपद की पंचायतों में प्रथम बैठक हुई। कोविड की गाइडलाइन का पालन करते हुए ये बैठकें पंचायत भवन या प्राथमिक विद्यालयों में हुई। कोविड व निगरानी समितियों के लिए ग्राम पंचायतों में बनाए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट जगह-जगह जाकर बैठकों को देख रहे हैं। सभी बैठकों में कोविड-19 को मात देने की नीति के साथ ही सभी छह समितियों का गठन किया जा रहा है।

जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह ने बताया कि सभी जगह ग्राम पंचायत सचिवों की देखरेख में बैठकें हो रही हैं। उन्होंने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार बैठकों में कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए साफ सफाई एवं सेनिटाइजेशन कराने तथा कोरोना को मात देने के लिए टीकाकरण आदि, जनजागरूकता आदि पर काम करने का संदेश दिया गया है। उन्होंने बताया कि एडीओ पंचायत बैठकों की मानिटरिग कर रहे हैं। ग्राम पंचायत की पहली बैठक में कोविड से लड़ने तथा लोगो को जागरुक करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही प्रधान की अध्यक्षता में छह समितियों के गठन की कार्रवाई की गई है। जिन दैनिक मजदूरों को एक हजार रुपये दिये जाने हैं उनके नामों के चयन पर विचार चल रहा है। साथ ही टीकाकरण आदि पर चर्चा की जा रही है। प्रधान की अध्यक्षता में समितियों का हुआ गठन

-नियोजन एवं विकास समिति: इसका कार्य ग्राम पंचायत की योजना तैयार करना व कृषि, पशुपालन, गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों का संचालन करना है।

-शिक्षा समिति : इसका कार्य प्राथमिक शिक्षा, उच्च प्राथमिक शिक्षा, अनौपचारिक शिक्षा, साक्षरता आदि से संबंधित कार्य करना है।

-निर्माण कार्य समिति : इसका कार्य सभी निर्माण कार्य कराना और गुणवत्ता सुनिश्चित करना है।

-स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति : इसका कार्य चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण संबंधी कार्य और समाज कल्याण विशेष रूप से महिला एवं बाल कल्याण की योजनाओं का संचालन। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा पिछड़े वर्गों की उन्नति एवं संरक्षण करना है।

-प्रशासनिक समिति : इसका कार्य कर्मियों संबंधी समस्त विषय तथा राशन की दुकान संबंधी कार्य करना है।

-जल प्रबंधण समिति: इसका कार्य राजकीय नलकूपों का संचालन तथा पेयजल संबंधी कार्य कराना है।

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