बेमौसम बरसात ने अक्टूबर में चीनी मिलों के संचालन पर फेरा पानी

चीनी मिलों में ब्वायलर पूजन हो चुके है और गन्ना समितियों से पर्चियां भी किसानों के पास पहुंचने लगी। मगर पिछले दिनों हुई बेमौसम बरसात के कारण अब चीनी मिलों का पेराई सत्र अक्टूबर माह में शुरू होने पर ब्रेक लग गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:49 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:49 PM (IST)
बेमौसम बरसात ने अक्टूबर में चीनी मिलों के संचालन पर फेरा पानी
बेमौसम बरसात ने अक्टूबर में चीनी मिलों के संचालन पर फेरा पानी

जेएनएन, सहारनपुर। चीनी मिलों में ब्वायलर पूजन हो चुके है, और गन्ना समितियों से पर्चियां भी किसानों के पास पहुंचने लगी। मगर पिछले दिनों हुई बेमौसम बरसात के कारण अब चीनी मिलों का पेराई सत्र अक्टूबर माह में शुरू होने पर ब्रेक लग गया है। जबकि इस बार चीनी मिलों का पेराई सत्र 20 अक्टूबर तक शुरू होने की तैयारी की जा चुकी थी। पेराई सत्र की देरी के लिए गन्ने की रिकवरी कम आना है। चीनी मिलों का पेराई सत्र जितना देरी से शुरू होगा गेहूं की बुवाई भी उतना ही प्रभावित होगी।

आमतौर पर जनपद में चीनी मिलों का पेराई सत्र 10 से 15 नवंबर के बीच आरंभ होता रहा है। इस बार चीनी के दाम जिस तेजी से बढ़ रहे हैं उससे यही माना जा रहा था कि इस बार चीनी मिलें जल्दी शुरू होंगी और इसे ध्यान में रखते हुए ही चीनी मिलों ने 10 अक्टूबर के आसपास ब्वायलर पूजन भी कर लिया था। शासन ने भी सभी चीनी मिलों का संचालन 20 अक्टूबर से कराने के निर्देश दिये थे। इसे ध्यान में रखते हुए चीनी मिलों ने भी किसानों का पूरा ब्यौरा अपनी वेबसाइट पर अपलोड़ कर दिया था और समितियों ने गन्ना पर्ची जारी करने की पूरी तैयारी कर ली थी। इतना ही नहीं चीनी मिलों ने भी गन्ना खरीद के लिए अपने कांटे लगाने शुरू कर दिये। दो दिन पहले गन्ना सुरक्षण आदेश भी जारी हो चुका है, लेकिन पिछले दिनों हुई बरसात ने सारी तैयारियों पर पानी फेर दिया है। गन्ने की शुगर रिकवरी कम आने के कारण चीनी मिलों ने पेराई सत्र को लगभग दीपावली तक के लिए पीछे कर दिया है। गेहूं की बुवाई होगी प्रभावित

चीनी मिलों का पेराई सत्र देरी से शुरू होने का असर गेहूं समेत रबी की बुवाई को भी प्रभावित करेगा। जनपद का किसान गन्ने की कटाई के साथ ही गेहूं सरसों आदि की बुवाई करता है। किसान चौधरी अतुल फंदपुरी, राव अखलाख, चौधरी नरेश कुमार का कहना है कि इस बार जैसा मौसमू चल रहा था उससे गन्ने की कटाई के साथ ही रबी की बुवाई भी समय से होने की उम्मीद थी, मगर अब वह भी पीछे हट गई है। दीपावली व छठ पूजा के बाद ही चीनी मिलों के पेराई सत्र की संभावना बनी है। इसका एक कारण यह है कि ज्यादातर लेबर त्यौहार पर घर चली जाती है। उम्मीद है कि दीपावली व छठ पूजा के बाद ही चीनी मिलों का संचालन हो सकेगा। एक दो मिल इस माह के आखिर में चलने की उम्मीद की जा रही है।

कृष्ण मोहन मणि त्रिपाठी, जिला गन्ना अधिकारी सहारनपुर।

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