चोरी व लूट की योजना बनाते दो बदमाश गिरफ्तार

जड़ौदापांडा में गश्त के दौरान बड़गांव पुलिस ने लूट व चोरी की योजना बनाते हुए दो बदमाशों को सर्विस रोड से गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों के पास से एक चोरी की बाइक दो तमंचे व चार कारतूस बरामद हुए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 07:24 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 07:24 PM (IST)
चोरी व लूट की योजना बनाते दो बदमाश गिरफ्तार
चोरी व लूट की योजना बनाते दो बदमाश गिरफ्तार

सहारनपुर, जेएनएन। जड़ौदापांडा में गश्त के दौरान बड़गांव पुलिस ने लूट व चोरी की योजना बनाते हुए दो बदमाशों को सर्विस रोड से गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों के पास से एक चोरी की बाइक, दो तमंचे व चार कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने दोनों बदमाशों का चलान कर उन्हें जेल भेज दिया है।

थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि शनिवार रात्रि करीब दस बजे मौरा चौकी प्रभारी रामबीर सिह व पवन सिह दारोगा पुलिस बल के साथ मैन रोड से बुड्ढ़ा खेड़ा जा रहे सर्विस रोड पर गश्त कर रहे थे तभी पुलिस की नजर सर्विस रोड पर खडे़ हुए दो व्यक्तियों पर पड़ी तो पुलिस को देख दोनो बदमाश भागने लगे तो पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। बदमाशों के पास से चोरी की एक टीवीएस अपाचे बाइक डीएल आठ एसएपी 1893 ,दो तंवचे 315 बोर और चार कारतूस बरामद हुए। पकड़े गए बदमाशों ने अपना नाम दासिफ पुत्र फरकान, सौरव पुत्र सुरजीत निवासी बचीटी थाना देवबंद बताया। थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि पकड़े गए दोनों बदमाशों का लूट व चोरी की धाराओं में चालन कर उन्हें जेल भेज दिया।

रैन वाटर हारवेस्टिग को लेकर गोष्ठी संपन्न

गंगोह : रैन वाटर हार्वेस्टिग को लेकर पालिका में आयोजित गोष्ठी में जल संचय करने व रैन वाटर हार्वेस्टिग का प्रयोग करने को कहा गया। इससे नगरपालिका परिषद के सभागार में आयोजित गोष्ठी में पालिका के कर इंचार्ज काशिफ कुद्दूशी ने कहा कि वर्षा जल संचयन एक तकनीक है, जिसका उपयोग भविष्य में इस्तेमाल करने के उद्देश्य के लिए अलग-अलग संसाधनों के विभिन्न माध्यमों के इस्तेमाल के द्वारा बारिश के पानी को बचा कर रखने और इकट्ठा करके रखने की एक प्रक्रिया है। इसके तहत बारिश के पानी को संचय किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि धरती पर बारिश की हर बूंद लोगों के लिए भगवान के आर्शीवाद के समान है। प्राकृतिक जल संसाधनों की कमी वाले क्षेत्रों में खासतौर से बारिश के पानी के महत्व को समझना चाहिए। छतों पर व अन्य स्थानों पर बहने वाले पानी को बिना बर्बाद किए संचय करने की कोशिश करनी चाहिए। संचय किए गए जल को अनेक जगह उपयोग किया जा सकता है। उन्होने कहा कि कस्बे में कई जगह रैन वाटर हार्वेस्टिग का प्रयोग किया जा रहा है। इस तरह से प्रत्येक व्यक्ति पानी को बर्बाद होने से रोक सकता है। कार्यक्रम को जलकल इंचार्ज शाहनवाज आदि ने भी संबोधित किया। अनेक लोग गोष्ठी में शामिल रहे।

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