तीसरी लहर में एंबुलेंस की न पड़े कमी, अभी से तैयारी शुरू

कोरोना की दूसरी लहर में एंबुलेंस तक की कमी पड़ गई थी। तीसरी लहर में ऐसा न हो इसलिए जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग की मदद से एंबुलेंस की कमी को दूर कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:49 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:49 PM (IST)
तीसरी लहर में एंबुलेंस की न पड़े कमी, अभी से तैयारी शुरू
तीसरी लहर में एंबुलेंस की न पड़े कमी, अभी से तैयारी शुरू

सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर में एंबुलेंस तक की कमी पड़ गई थी। तीसरी लहर में ऐसा न हो, इसलिए जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग की मदद से एंबुलेंस की कमी को दूर कर रहा है। निजी एंबुलेंस चालकों व मालिकों से लगातार बात की जा रही है। सीएमओ डा. संजीव मांगलिक का कहना है कि तीसरी लहर में किसी भी सूरत में एंबुलेंस की कमी नहीं आने दी जाएगी।

दरअसल, जिले में 108 की 20 एंबुलेंस है। वहीं, 102 की 22 एंबुलेंस है और तीन एंबुलेंस ऐसी हैं, जिसके अंदर आक्सीजन, वेटीलेटर आदि की सुविधा है। इन सभी एंबुलेंस के चालकों ने कुछ दिन पहले हड़ताल की तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को परेशानी हो गई थी। हालांकि बाद में सभी चालकों को समझा लिया गया था। जिसके बाद वह हड़ताल खत्म कर काम पर लौट आए थे। सीएमओ डा. संजीव मांगलिक ने बताया कि कुछ दिन के बाद कुछ एंबुलेंस पर नया स्टाफ आ गया है। इसलिए एंबुलेंस को लेकर कोई दुविधा नहीं है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर में जरूरत पड़ी तो निजी एंबुलेंस की मदद ली जाएगी। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि निजी एंबुलेंस की किराया सीमा भी सरकारी तय की जाएगी। यदि उससे अधिक किराया कोई लेता हुआ मिला तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

दूसरी लहर में मरीजों को लूटा गया, नहीं मिली एंबुलेंस

दूसरी लहर के दौरान मेडिकल कालेज पिलखनी के कई केस ऐसे सामने आए। जिन्हें एंबुलेंस में शव ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। यदि मिली भी तो किराया चार से पांच गुना लिया गया। बाद में डीएम से शिकायत हुई तो एंबुलेंस का किराया निर्धारित किया गया।

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