ठंड नहीं बढ़ने से गरम कपड़ों की अभी तक मांग नहीं
नवंबर माह के तीन सप्ताह बीत गए हैं लेकिन मौसम में अपेक्षित ठंडक नहीं आ पाई है। इससे गरम कपड़ों की मांग नहीं बढ़ पा रही है।
सहारनपुर, जेएनएन। नवंबर माह के तीन सप्ताह बीत गए हैं लेकिन मौसम में अपेक्षित ठंडक नही आ पाई है। सर्दी न बढऩे से गरम कपड़ों का व्यवसाय करने वालों के चेहरे पर अभी भी मायूसी है।
मौसम इस बार भी अभी तक आंखें दिखा रहा है। नवंबर माह शुरू होते ही मौसम में ठंडक शुरू हो जाती है, परन्तु अभी तक पूरी तरह से मौसम पूरी तरह ठंडा नहीं हुआ है। रात के समय लोग गरम कपड़े लपेट रहे हैं, लेकिन दिन के समय मौसम लगातार घट-बढ़ रहा है। इस तरह का मौसम परिवर्तन विभिन्न बीमारियों को बुलावा दे रहा है। इस समय नजला जुकाम का प्रभाव बना हुआ है। मौसम के बदलाव ने इस बार गरम कपड़ा विक्रेताओं को भी असमंजस में डाल दिया है। इन कपड़ों की मांग अब तक पूरी तरह शुरू नहीं हो पाई है। दुकानदारों ने सर्दी की आशा में स्टाक लगा लिया था, लेकिन अब वे सर्दी बढ़ने की राह देख रहे हैं।
गरम कपड़ों के थोक विक्रेता महेंद्र कुमार पाहुजा तथा विक्रेता नरेश, हरीश, कुमार मयंक, रिकू आदि का कहना है कि कम सर्दी के कारण वह पहले जितना माल नहीं लाए है। बाजार में गरम कपड़ों की मांग इस समय 5 प्रतिशत भी नहीं है। दुकानदारों का कहना है कि शाल और कंबल के ग्राहक भी नदारद हैं। इन दुकानदारों का कहना है कि इस समय शादियों के कारण थोड़ी बहुत मांग है दुकानदारी तो सर्दी बढ़ने के बाद ही होगी।
डीपीआरओ से शिकायत
सहारनपुर: ग्राम पंचायत कपासी की प्रधान पिकी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को एक पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में ग्राम पंचायत अधिकारी कपासी द्वारा बिना मद कार्य योजना के छह हजार रुपये राज्य वित्त से निकाल लिए गए। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। संस