आम के बागों में सूंडी का प्रकोप बढ़ा, बागबान परेशान
लखनौती में आम के बागों में सूंड़ी का प्रकोप बढ़ने लगा है जिससे बाग किसान और ठेकेदार बेहद चितित हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। लखनौती में आम के बागों में सूंड़ी का प्रकोप बढ़ने लगा है, जिससे बाग किसान और ठेकेदार बेहद चितित हैं। सूंडी द्वारा डंठल काटने के कारण लगभग तैयार आम स्वयं ही टूट कर गिर रहे हैं, जिससे बचने के लिए कीटनाशक का छिड़काव करना पड़ रहा है। ऐसे प्रकोप से ना सिर्फ किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है बल्कि उन पर आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है।
आम की फसल लगभग तैयार है। आम पर बोर आने के बाद से लगातार किसी न किसी तरह के कीटों का प्रकोप बना हुआ है। इस बार आम की फसल को जहां भुनगा कीट ने काफी नुकसान पहुंचाया वहीं अब फसल तैयारी के समय सूंडी का प्रकोप बढ़ गया है। सूंडी द्वारा आम की डंठल खाने के कारण लगभग तैयार आम स्वयं ही टूट कर गिर रहे हैं, जिससे किसानों और ठेकेदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। लगातार रंग बदलते मौसम के कारण भी आम के काले होने का खतरा पैदा हो रहा है। ख्वाजा सुहेल, चौधरी यामीन, आसिफ , सज्जाद, अखलाक आदि बागबानों का कहना है कि सूंडी के खात्मे के लिए उन्हें महंगे कीटनाशकों का छिड़काव करना पड़ रहा है, जिससे उनका खर्च और भी बढ़ गया है। वहीं तैयार आम टूट कर गिरने का भी काफी नुकसान हो रहा है। उधर, कोरोना के चलते आम की सप्लाई को लेकर भी किसान व ठेकेदार काफी परेशान हैं। बागबानों का कहना है कि यदि आम की सप्लाई बाहर नही हो पाई तो उनके सामने गहरा संकट खड़ा हो जाएगा।