मामूली बूंदाबांदी से गिरा पारा, गर्मी से न मिली राहत

मानसून के मौसम में बादलों के छाने तथा कभी कभार होने वाली बूंदाबांदी के बावजूद लोग गर्मी से बेचैन है। बादलों के छाने से पारा तो दो डिग्री गिरा लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:15 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 07:15 PM (IST)
मामूली बूंदाबांदी से गिरा पारा, गर्मी से न मिली राहत
मामूली बूंदाबांदी से गिरा पारा, गर्मी से न मिली राहत

सहारनपुर, जेएनएन। मानसून के मौसम में बादलों के छाने तथा कभी कभार होने वाली बूंदाबांदी के बावजूद लोग गर्मी से बेचैन है। बादलों के छाने से पारा तो दो डिग्री गिरा, लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है।

सोमवार सुबह घने बादलों के साथ होने से उम्मीद जताई जा रही थी कि तेज बारिश होगी तथा लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। सुबह दस बजे तक मामूली बूंदाबांदी के बाद ही बादल छंटने शुरू हो गए तथा हल्की धूप-छांव का खेल शाम तक निरंतर जारी रहा। बादलों की आवाजाही के बीच दिन में कई बार बारिश की मामूली बौछार पड़ी, जिससे उमस बढ़ी लेकिन गर्मी के तेवर नरम नहीं पड़े। गर्मी के कारण लोग परेशान है, यह स्थिति तब है जबकि बादलों के छाने से अधिकतम तापमान गत दिवस की अपेक्षा दो डिग्री कम रिकार्ड किया गया है। गर्मी व उमस इतनी ज्यादा है कि लोग पसीने से भीगे नजर आ रहे है। उधर सोमवार को अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री व न्यूनतम 26.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम वेधशाला प्रभारी उमेश कुमार अभी भी अगले 48 घंटों के दौरान कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होने की संभावना जता रहे है। बकाया पैसा ब्याज सहित दिलवाने की मांग

देवबंद : पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने सरकार से चीनी मिलों पर किसानों को बकाया करोड़ों रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान ब्याज सहित दिलवाने की मांग है।

सोमवार को गंगदासपुर जट में हुई बैठक में वर्मा ने कहा कि जनपद की छह चीनी मिलों पर किसानों का 485 करोड़ रुपये तथा 500 करोड़ रुपये ब्याज बकाया है। भुगतान न होने से किसान आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उनका कहना है कि अब किसानों को बैंकों व सहकारी समितियों ने कर्ज देना बंद कर दिया है, क्योंकि पहले से ही किसानों पर भारी कर्ज व ब्याज खड़ा हुआ है। वर्मा ने सरकार से महंगाई व बढ़ी लागत को देखते हुए गन्ना मूल्य 600 क्विटल घोषित करने की मांग की। अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने केंद्र सरकार से अपने उत्पाद का मूल्य खुद तय करने का अधिकार किसानों को देने और राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन करने की मांग की। संचालन मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुलविदर सिंह बंटी ने किया। इस मौके पर सुमित वर्मा, चौधरी बाबूराम, सुशील कुमार, आकाश कुमार, रूचिन कुमार, रविद्र प्रधान, नीरज सैनी, अमित कुमार, सुभाष शर्मा व रविदर गिल आदि रहे।

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