श्रद्धा के साथ मनाया गया दुर्गा अष्टमी का पर्व

गंगोह नगर एवं क्षेत्र में दुर्गा अष्टमी का पर्व श्रद्धा से मनाया है। इस दौरान पूरे दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। चैत्र मास के नवरात्रों का मंगलवार को अधिकतर परायण हो गया। दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालु आते रहे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:11 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:11 PM (IST)
श्रद्धा के साथ मनाया गया दुर्गा अष्टमी का पर्व
श्रद्धा के साथ मनाया गया दुर्गा अष्टमी का पर्व

सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह नगर एवं क्षेत्र में दुर्गा अष्टमी का पर्व श्रद्धा से मनाया है। इस दौरान पूरे दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। चैत्र मास के नवरात्रों का मंगलवार को अधिकतर परायण हो गया। दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालु आते रहे। दुर्गा अष्टमी पर्व पर विशेष पूजा अर्चना की गई। राम बाग, महादेव कुटी, शिव चौक, काली मंदिर पीठ बाजार, भुवनेश्वरी पंचायती मंदिर, माता वैष्णों देवी धाम, ककराली स्थित देवी मंदिर सहित अनेक मंदिरों में श्रद्धालुओं की दिन भर भीड़ रही। इस बार कोरोना के कारण श्रद्धालुओं ने छोटी-छोटी कन्याओं को घर पर भोजन कराने के बजाए उनके घर पर ही श्रद्धा पुष्प भेज दिए। माता वैष्णो देवी मंदिर में सोमवार की रात माता के नौ स्वरूपों की पूजा की गई। दुर्गा अष्टमी के साथ ही नगर मे एक पखवाड़ा तक चलने वाले धार्मिक कार्यक्रमों की शुरूआत हो गई है। बुधवार को दुर्गा नवमी के साथ व्रत समाप्त हो जाएंगे।

मंदिरों में पूजा पाठ कर खोला व्रत

संवाद सूत्र जड़ौदापांडा: कस्बे में भी महिलाओं ने मंदिरों में पूजा कर कन्याओं को भोजन कराकर व्रत खोला। चैत्र मास के नवरात्र रख रही महिलाओं ने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। दुर्गा मां की अराधान के उपरांत महिलाओं कन्याओं को भोजन कराकर व्रत खोला। श्रद्धालुओं के द्वारा मंदिरों व घरों में हवन यज्ञ के बाद भंडारा भी लगा।

कन्याओं को भोजन कराकर खोला व्रत

खेड़ा अफगान: सात दिन तक व्रत रखने के बाद मंगलवार को कन्याओं को भोजन कराकर श्रद्धालुओं ने अपना व्रत खोला। इस दौरान कोरोना महामारी के चलते लोग अपनी कन्याओं को घर से बाहर निकालने में कतराते नजर आए। कई जगहों पर कन्या न मिलने की स्थिति में लोगों ने गाय को भोजन कराकर अपना व्रत खोला।

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