खूंखार कुत्तों फिर बनाया डेढ़ दर्जन भेड़ों को निवाला

नानौता क्षेत्र के गांव हंगावाली में रात्रि में पहरा दिए जाने के बावजूद खूंखार कुत्तों ने तीसरी बार बाड़े में घुसकर लगभग डेढ़ दर्जन भेड़ों को फिर अपना निवाला बना लिया। एक सप्ताह के भीतर खूनी हो चुके कुत्तों द्वारा भेड़ों पर हमला किए जाने की यह तीसरी घटना है। अब तक कुत्तों के हमले से 76 भेड़ मर चुकी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 07:48 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 07:48 PM (IST)
खूंखार कुत्तों फिर बनाया डेढ़ दर्जन भेड़ों को निवाला
खूंखार कुत्तों फिर बनाया डेढ़ दर्जन भेड़ों को निवाला

जेएनएन, सराहनपुर। नानौता क्षेत्र के गांव हंगावाली में रात्रि में पहरा दिए जाने के बावजूद खूंखार कुत्तों ने तीसरी बार बाड़े में घुसकर लगभग डेढ़ दर्जन भेड़ों को फिर अपना निवाला बना लिया। एक सप्ताह के भीतर खूनी हो चुके कुत्तों द्वारा भेड़ों पर हमला किए जाने की यह तीसरी घटना है। अब तक कुत्तों के हमले से 76 भेड़ मर चुकी हैं।

गांव हंगावाली में निवासी पाल समाज के दर्जनों लोगों द्वारा भेड़ पालन किया हुआ है। रविवार की रात्रि में मांगेराम पुत्र बिशन कुमार के बाड़े में घुसकर खूंखार कुत्तों ने हमला कर लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक भेड़ मर गई है। पशुधन प्रसार अधिकारी डाक्टर अमित कुमार ने घायलों का उपचार किया। दारोगा अनिल कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर जानकारी की।

मृतक सभी भेड़ों को गड्ढा खोदकर दबा दिया गया। उल्लेखनीय है कि पहली घटना 14 सितंबर की रात्रि में हुई जिसमें खूंखार कुत्तों द्वारा दो भाई प्रदीप कुमार व मोनू कुमार पुत्रगण रमेश चंद व जगदीश पुत्र नत्थन के बाड़े में हुए खूंखार कुत्तों के हमले से 52 भेड़ मर गई थी, जबकि इसके दो दिन बाद 16 सितंबर को कुत्तों ने ऋषिपाल के बाड़े में आधा दर्जन भेड़ को अपना निवाला बना लिया था और दो भेड़ के बच्चों को उठाकर ले गए। भेड़ों को कुत्तों से बचाव के लिए रखवाली की जाने लगी थी। मांगेराम के अनुसार रविवार की रात्रि दो बजे तक वह कुत्तों से भेड़ों की रखवाली करते रहे। उनको नींद आ गई तभी कुत्तों ने उसकी लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक भेड़ों को मार डाला। हालांकि भेड़ द्वारा शोर मचाए जाने पर मांगेराम की मदद को रात्रि में ही प्रधान अंकित उर्फ रवि समेत कई ग्रामीण लाठी डंडे लेकर वहां पहुंचे लेकिन तब तक भेड़ों को मारकर कुत्ते वहां से भाग चुके थे। ग्राम प्रधान अंकित उर्फ रवि कुमार ने बताया कि अभियान चलाकर खूंखार कुत्तों को पकड़वा कर अन्यत्र छुड़वाया जाएगा।

--- हिसक कुत्तों ने उड़ाई पशुपालकों की नींद, प्रशासन के प्रति आक्रोश

नानौता: क्षेत्र में खूनी हो चुके खूंखार कुत्तों की वजह से पशुपालकों की नींद उड़ गई है। वह रात्रि में पहरा देने पर मजबूर हैं, लेकिन खूनी कुत्तों के हमले को लेकर प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है। खूंखार कुत्तों के आतंक से आम नागरिक के साथ-साथ मवेशी पालकों में भी खौफ का माहौल है। खौफ इस कदर फैला है कि माता-पिता छोटे बच्चे को घर से अकेले बाहर नहीं निकलने दे रहे। पूर्व में भी आवारा कुत्ते हमला कर दर्जनों मवेशियों सहित कई लोगों को जख्मी कर चुके हैं। कुत्तों के काटने से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। लोगों का आरोप है कि बार-बार मांग किए जाने के बाद भी आवारा कुत्तों से न तो अधिकारी वर्ग और न ही जनप्रतिनिधि निजात दिला रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कुछ लोग मवेशियों को जंगल में खुले में डाल देते हैं, जिसे नोचकर कुत्ते खाते हैं, इसे खाकर कुत्ते खूंखार हो गए हैं। नगर निवासी शब्बर बेग, शहजाद मिर्जा, वीरेंद्र कुमार, नितिन कुमार ने वहीं हंगावाली निवासी मांगेराम, ऋषि पाल, प्रदीप कुमार,सोनू चौधरी बुक रामपाल, अनुज केसवाल, रोहित पंवार, अंकुर, देवेंद्र कुमार ग्रामीणों द्वारा खूंखार हो चुके इन कुत्तों से निजात दिलाए जाने की मांग उच्चाधिकारियों से की है।

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-क्या कहते हैं अधिकारी

- नगर पंचायत बृजेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चला जाएगा।

नानौता सीएचसी के प्रभारी अधीक्षक डा. प्रमोद कुमार ने बताया कि अस्पताल में कुत्ते काटने के इंजेक्शन उपलब्ध हैं।

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