दर्जनों गांवों के संपर्क मार्ग बदहाल

क्षेत्र के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग में आधा-आधा फुट गहरे गड्ढों के कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दर्जनों ग्रामीणों ने मार्ग का निर्माण करने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 10:27 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 10:27 PM (IST)
दर्जनों गांवों के संपर्क मार्ग बदहाल
दर्जनों गांवों के संपर्क मार्ग बदहाल

सहारनपुर, जेएनएन। क्षेत्र के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग में आधा-आधा फुट गहरे गड्ढों के कारण ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दर्जनों ग्रामीणों ने मार्ग का निर्माण करने की मांग की है।

गांव भोजपुर, ठसका, तिलफरा ऐनाबाद, मोरा, जडौदापांडा, भनेडा खेमचंद, पाण्डूखेडी, चन्देना माल आदि के ग्रामीणों सहदेव सिंह पुंडीर, लक्की राणा, कुलदीप सिंह, वरुण कुमार, संजयवीर सिंह, मुल्की सिंह, डा. तौफीक, तरसेम सिंह, गौरव राणा, सुधीर राणा, कुलदीप शर्मा, अंकित त्यागी, प्रदीप कुमार आदि ने बताया कि लंबे समय से दर्जनों गांवों को जोड़ने वाला नानौता से जड़ौदापांडा मार्ग टूटा पड़ा है। विभागीय अधिकारियों से दर्जनों बाद शिकायत किये जाने के बावजूद भी सड़क को न ठीक कराया गया है, न ही निर्माण कराया गया है। ग्रामीणों ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि टूटे मार्ग से आवागमन के चलते उनके वाहन समय से पूर्व ही खराब हो जाते हें।

प्रधान ने करवाया मार्ग ठीक

तीतरो: मनरेगा के तहत पांच सौ मीटर, कच्चे मार्ग पर मिट्टी डलवा कर सुगम आवागमन के लिए रास्ता बनवाया। गांव रादौर में खेतों में जाने वाले कच्चे रास्ते रखरखाव के अभाव में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके थे। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान ने बरसात होने से पूर्व इनको ठीक कराए जाने का बीड़ा उठाया, ताकि किसानों को मानसून के समय परेशानी न उठानी पड़े। महिला ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि चौधरी नाथीराम ने बताया कि मनरेगा कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग 500 मीटर कच्चा रास्ता जो पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुका था, कई दिन कार्य करा कर उसको समतल कराया गया।

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