गांव की सरकार में नजर आ रहा बदलाव, युवा प्रधानों का विकास पर जोर

कोरोना काल के बीच ग्रामीणों द्वारा चुनी गई गांव की सरकार में इस बार काफी कुछ बदलाव नजर आ रहा है। अधिकांश गांवों की बागडोर युवा प्रधानों के हाथों में है जो गांवों में साफ सफाई के साथ-साथ गांव की विकास की योजनाएं भी बना रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए गांव में सैनिटाइजेशन व फागिग भी करा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:02 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:02 PM (IST)
गांव की सरकार में नजर आ रहा बदलाव, युवा प्रधानों का विकास पर जोर
गांव की सरकार में नजर आ रहा बदलाव, युवा प्रधानों का विकास पर जोर

सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना काल के बीच ग्रामीणों द्वारा चुनी गई गांव की सरकार में इस बार काफी कुछ बदलाव नजर आ रहा है। अधिकांश गांवों की बागडोर युवा प्रधानों के हाथों में है, जो गांवों में साफ सफाई के साथ-साथ गांव की विकास की योजनाएं भी बना रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए गांव में सैनिटाइजेशन व फागिग भी करा रहे हैं।

विकासखंड सरसावा के गांव सौराना के युवा प्रधान आकाश चौधरी उर्फ गोलू ने बताया कि प्रधान बनने के बाद उनका पहला प्रयास गांव की साफ सफाई का ही रहा है। सप्ताहभर के अंतराल पर गांव में सैनिटाइजेशन व फागिग भी कराया जा रहा है। सबसे ज्यादा समस्या गांव में तालाब के पास फैली गंदगी को लेकर है, इसके संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी व एसडीएम को भी अवगत कराया गया है। इनका कहना है कि अंबाला हाइवे के किनारे होने के कारण उनके गांव में नेटवर्क की कोई समस्या नहीं है। स्कूल अभी बंद है इसलिए बच्चे घर पर ही आनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। युवा प्रधानों की सोच के कारण कोरोना से बचाव के लिए ग्रामीणों को वैक्सीनेशन के प्रति भी जागरूक भी कर रहे हैं। तीतरों क्षेत्र के गांव खडलाना में तो प्रधान व ग्रामीणों की जागरूकता के चलते पूरे गांव का शत प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। प्रधान चंद्रपाल शर्मा का कहना है कि गांव के विकास के लिए सभी तरह के प्रयास किये जा रहे हैं।

अधिकांश प्रधानों का कहना है कि खातों में तो पहले से ही काफी धन पड़ा है, गांव के विकास के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसके लिए ठेकेदारों के पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है। रायपुर गांव के प्रधान संदीप का कहना है कि क्या-क्या काम कराने हैं इसकी कार्ययोजना बनाई जा रही है। घूंघट की आड़ में

तमाम ऐसी भी महिला प्रधान हैं जो इस हाइटेक जमाने में भी घूंघट की आड़ में रहती हैं और उनके काम काज उनके पति यानि ''''प्रधान जी ही देखते हैं। दो ऐसी घूंघट वाली प्रधान से बात की जाए कि आपको लोगों ने उम्मीद के साथ चुना है। अब तो घूंघट से निकलिए और कुछ करके दिखाइए। कुंडी गांव की निर्विरोध प्रधान चुनी गई मेमवती का कहना है कि वह भी विकास कार्य देखती हैं, बाहर के काम में पुरुष सहयोग करते हैं। इनका कहना है...

जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह का कहना है कि सभी प्रधान नये हैं। सभी नई उमंग के साथ काम कर रहे हैं। उनके द्वारा खुद कई गांवों का भ्रमण कर योजनाओं का निरीक्षण किया गया है। जिसके लिए प्रधानों को पंचायत भवनों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिये गए हैं।

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बृजमोहन मोगा

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