एप डाउनलोड होते ही महिला के खाते से साफ हुए एक लाख
बैंक अधिकारी बनकर खाता नंबर एवं एटीएम नंबर जानकर रुपये साफ करने का तरीका शायद पुराना हो चुका है।
सहारनपुर, जेएनएन। बैंक अधिकारी बनकर खाता नंबर एवं एटीएम नंबर जानकर रुपये साफ करने का तरीका शायद पुराना हो चुका है। अब ठगों ने नया तरीका अपना लिया है। किसी भी एप का लिक भेज देंगे और उसे डाउनलोड करने के लिए बोलते हैं। जैसे ही यह एप डाउनलोड होता है, वैसे ही मोबाइल की पूरी जानकारी हैकर के पास पहुंच जाती है और खाते से रकम कट जाती है। ऐसा ही लेबर कालोनी की महिला के साथ हुआ है। पीड़िता ने साइबर थाने में शिकायत दी है।
सदर बाजार थाना क्षेत्र की लेबर कालोनी की रहने वाली महिला अलका शर्मा पत्नी स्व. विनय शर्मा ने बताया कि रविवार की रात उसके मोबाइल नंबर पर एक फोन आया। फोन करने वाले ने उसे बैंक आफ बड़ौदा का अधिकारी बताया। उसने कहा कि उनका खाता उनके बैंक में है। महिला ने बता दिया कि खाता बैंक आफ बड़ौदा में ही है। महिला को भी यकीन हो गया कि वह बैंक अधिकारी बात कर रहा है। उसने महिला से कहा कि उसका खाता सीज होने वाला है और जो पैसा उसके खाते पड़ा है, वह पूरा पैसा सरकार के पास चला जाएगा। यदि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी तो यह पैसा नहीं मिलेगा, जिसके बाद हैकर ने महिला से कहा कि एनी डेस्क रिमोट साफ्टवेयर के नाम से एक एप है, जिसे डाउनलोड करने के बाद उनका पैसा बच सकता है। महिला को वाट्सएप पर हैकर ने लिक भेज दिया, जिसके बाद महिला ने अपने 14 साल के बेटे से यह एप डाउनलोड करा लिया। एप डाउनलोड होते ही महिला के खाते से एक लाख रुपये साफ हो गए। साइबर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि महिला की तहरीर पर काम शुरू कर दिया है। कोशिश की जा रही है कि महिला का पैसा वापस हो जाए।