चोरी की बाइक बरामद कर एक को जेल भेजा

गंगोह में कोतवाली पुलिस ने चोरी की बाइक के साथ एक आरोपित को पकड़ कर जेल भेज दिया है। चोरों ने एक स्कूल के ताले काट कर हजारों का नुकसान भी किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 08:36 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 08:36 PM (IST)
चोरी की बाइक बरामद कर एक को जेल भेजा
चोरी की बाइक बरामद कर एक को जेल भेजा

सहारनपुर, जेएनएन। गंगोह में कोतवाली पुलिस ने चोरी की बाइक के साथ एक आरोपित को पकड़ कर जेल भेज दिया है। चोरों ने एक स्कूल के ताले काट कर हजारों का नुकसान भी किया है।

नगर में बाइक चोर लगातार सक्रिय हो गए हैं। दो दिन पूर्व अनाज मंडी से एक बाइक चोरी कर ली गई थी जिसकी शिकायत बाइक स्वामी नीरज ने कोतवाली में कर दी थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक बाइक चोर को पकड़ लिया। उसके कब्जे से एक हीरो होंडा बाइक बरामद कर ली। पुलिस ने आरोपित शकरपुर निवासी अंकुर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।

चोरी की एक घटना में स्कूल के मेन गेट का ताला काट कर चोरों ने हजारों रू पए मूल्य का सामान चोरी कर लिया। चोर जाते समय बिजली का फीटिंग भी क्षतिग्रस्त कर गए। सराय पट्टी क्षेत्र स्थित प्राइमरी विद्यालय नंबर तीन में चोरों ने अपना हाथ साफ किया है। कोतवाली में दी गई तहरीर में स्कूल की प्रधान अध्यापिका सुषमा ने कहा है कि चोरों ने रात के समय मेन गेट पर लगे लोहे के चैनल का ताला काट लिया। इसके बाद चोरों ने कमरों, किचन के ताले व व खिड़कियां काट कर पंखे, बल्ब, केबल, पानी की मोटर, गैस का चूल्हा, बाल्टी आदि चोरी कर ले गए। जाते समय चोर स्कूल के फिटिग को भी क्षतिग्रस्त कर गए। प्रधान अध्यापिका ने कार्रवाई की मांग की है।

रैन वाटर हारवेस्टिग को लेकर गोष्ठी संपन्न

गंगोह : रैन वाटर हार्वेस्टिग को लेकर पालिका में आयोजित गोष्ठी में जल संचय करने व रैन वाटर हार्वेस्टिग का प्रयोग करने को कहा गया। इससे नगरपालिका परिषद के सभागार में आयोजित गोष्ठी में पालिका के कर इंचार्ज काशिफ कुद्दूशी ने कहा कि वर्षा जल संचयन एक तकनीक है, जिसका उपयोग भविष्य में इस्तेमाल करने के उद्देश्य के लिए अलग-अलग संसाधनों के विभिन्न माध्यमों के इस्तेमाल के द्वारा बारिश के पानी को बचा कर रखने और इकट्ठा करके रखने की एक प्रक्रिया है। इसके तहत बारिश के पानी को संचय किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि धरती पर बारिश की हर बूंद लोगों के लिए भगवान के आर्शीवाद के समान है। प्राकृतिक जल संसाधनों की कमी वाले क्षेत्रों में खासतौर से बारिश के पानी के महत्व को समझना चाहिए। छतों पर व अन्य स्थानों पर बहने वाले पानी को बिना बर्बाद किए संचय करने की कोशिश करनी चाहिए। संचय किए गए जल को अनेक जगह उपयोग किया जा सकता है। उन्होने कहा कि कस्बे में कई जगह रैन वाटर हार्वेस्टिग का प्रयोग किया जा रहा है। इस तरह से प्रत्येक व्यक्ति पानी को बर्बाद होने से रोक सकता है। कार्यक्रम को जलकल इंचार्ज शाहनवाज आदि ने भी संबोधित किया। अनेक लोग गोष्ठी में शामिल रहे।

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