नींबू पानी से करें दिन की शुरूआत, हल्दी दूध के साथ करें खत्म
कोरोना संक्रमित होने के बाद
जेएनएन, सहारनपुर। कोरोना संक्रमित होने के बाद 85 फीसद लोगों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। गंभीर मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। सीएमओ डा. बीएस सोढ़ी का कहना है कि आइसोलेशन में रहने हुए और ठीक होने के 14 दिन तक दिनचर्या में सावधानी बरतने की जरूरत है। संक्रमित लोगों के लिए विशेष रूप से खानपान में सावधानी बरतने की जरूरत है। सीएमओ बता रहे हैं कि किस समय क्या लेना फायदेमंद रहता है। सुबह सात बजे
सुबह जागने के बाद तुरंत बाद गर्म पानी में नींबू डालकर व शहद मिलाकर पीना चाहिए। काढ़ा भी पी सकते हैं। तुलसी और अदरक का जूस मिलाकर बराबर मात्रा में एक दिन के अंतराल पर लेना चाहिए। इससे शरीर को उठते ही विटामीन-सी मिलेगी। सुबह आठ से नौ बजे के बीच
इस समय थोड़ा व्यायाम करें। भूख लगने के बाद दो रोटी, हरी सब्जी, अंडा दो पीस, प्लेन दही, सोयाबीन पोहा का सेवन करें। नाश्ते में तला हुआ कतई न खाए। दही भी नाश्ते में ले सकते हैं। बाहर का खाना खाने से बचें। सुबह 10 से 11 के बीच
इस समय थोड़े फल ले सकते हैं। फलों में संतरा, अनानास, कीवी आदि ले सकते हैं। फलों को एक स्थान पर बैठकर न खाएं। घूमते फिरते हुए फल खाएं। अमरूद्व, पपीता, अंगूर आदि भी फलों में ले सकते हैं। दोपहर एक से दो बजे के बीच
दोपहर में इसी समय अधिकतर लोग खाना खाते हैं। दोपहर में तीन रोटी, चावल, दाल, हरी सब्जी, सलाद, सोयाबीन 20 पीस, दही, पनीर ले सकते हैं। खाना खाने के बाद गुड़ और घी ले सकते हैं। यह खाना शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करेगा। शाम के चार बजे
इस समय इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अंकुरित अनाज ले सकते हैं। अंकुरित अनाज में चना, हरा मूंग खाए। इसके अंदर चार से पांच भीगे हुए बादाम ले सकते हैं। इन सभी के ऊपर नींबू भी निचोड़ सकते हैं। इस समय चाय लेने के बजाए काढ़ा और नींबू लेने का प्रयास करें। चाय ना पीए। रात में आठ से नौ बजे के बीच ले खानारात के खाने में रोटी, सब्जी, सलाद का सेवन करें। मसालेदार सब्जी ना ले। रात के खाने में खिचड़ी बहुत फायदेमंद होगी। खिचड़ी में पौष्टिक तत्व होते हैं। इससे डायरिया या पेट से जुड़ी हर समस्या दूर होगी। इसके बाद हल्दी वाला एक गिलास दूध पीकर सो जाए। इन बातों का रखे ध्यान
- किड़नी-लीवर के मरीजों को काढ़ा नहीं पीना चाहिए।
- 10-12 गिलास गर्म पानी एक दिन में जरूर पीए।
- मरीज को फैट वाला खाना बिलकुल न दिया जाए।
- विटामिन-डी के लिए धूप में जरूर बैठे।