पंजीकृत व्यापारियों के आडिट की सूची का सपा ने किया विरोध

यूपी स्टेट जीएसटी द्वारा वर्ष 2017-18 व वर्ष 2018-19 के लिए 1200 पंजीकृत व्यापारियों का आडिट कराने के लिए जारी की गई सूची का समाजवादी व्यापार सभा ने विरोध किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 10:37 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 10:37 PM (IST)
पंजीकृत व्यापारियों के आडिट की सूची का सपा ने किया विरोध
पंजीकृत व्यापारियों के आडिट की सूची का सपा ने किया विरोध

सहारनपुर, जेएनएन। यूपी स्टेट जीएसटी द्वारा वर्ष 2017-18 व वर्ष 2018-19 के लिए 1200 पंजीकृत व्यापारियों का आडिट कराने के लिए जारी की गई सूची का समाजवादी व्यापार सभा ने विरोध किया। सपा व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक संजय गर्ग ने कहा कि सरकार की आडिट सूची नियम विरुद्ध व तर्कहीन है। इससे व्यापारियों का उत्पीड़न होगा और जमकर भ्रष्टाचार का गंदा खेल खेला जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की व्यापारी विरोधी नीति के कारण प्रदेश के करोड़ों व्यापारी त्राहि त्राहि कर रहें है।

सपा व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष विधायक संजय गर्ग ने कहा कि जीएसटी में 950 से •ा्यादा संशोधनों ने साबित कर दिया है की भाजपा सरकार ने बिना सोचे समझे, बिना व्यापारियों को विश्वास में लिए हुए ही जीएसटी जैसे काले कानून को लागू कर दिया था और अब प्रदेश की योगी सरकार आडिट की सूची जारी करके इंस्पेक्टर राज के माध्यम से व्यापारियों का भयंकर उत्पीड़न और शोषण करवाना चाहती है। जीएसटी आडिट के नाम पर प्रदेश के 1200 प्रतिष्ठानों की सूची जारी की गई है जिसमें सहारनपुर के लगभग 60 व्यापारी फ़र्में शामिल है। सूचना है कि इसी तरह फिर 6 हजार व्यापारियों की सूची तैयार होगी और आगे भी न जाने कितनी ऐसी सूचियां तैयार होंगी। जिलों से 60 या 120 की संख्या बराबर ली गई है जो कि साबित करती है कि आडिट की सूची जानकर बूझकर तैयार की गई है। हैरत की बात है कि सब कुछ डीम्ड और आनलाइन होने के बावजूद अब आडिट होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की व्यापारी विरोधी नीति के कारण प्रदेश के करोड़ों व्यापारी त्राहि त्राहि कर रहें है।

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