आक्सीजन की कुछ कमी हुई दूर, शायद अब न भटके कोई

कोरोना के मरीजों में अचानक हो रही आक्सीजन की कमी को लेकर अभी तक मरीजों को भटकते हुए देखा जा रहा है। शायद सोमवार के बाद मरीजों को आक्सीजन की कमी के कारण भटकते हुए ना देखा जाए क्योंकि मेडिकल कालेज पिलखनी में भी आक्सीजन की भरपूर सप्लाई हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 11:16 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 11:16 PM (IST)
आक्सीजन की कुछ कमी हुई दूर, शायद अब न भटके कोई
आक्सीजन की कुछ कमी हुई दूर, शायद अब न भटके कोई

सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना के मरीजों में अचानक हो रही आक्सीजन की कमी को लेकर अभी तक मरीजों को भटकते हुए देखा जा रहा है। शायद सोमवार के बाद मरीजों को आक्सीजन की कमी के कारण भटकते हुए ना देखा जाए क्योंकि मेडिकल कालेज पिलखनी में भी आक्सीजन की भरपूर सप्लाई हो रही है। इसके अलावा उत्तराखंड के झबरेड़ा और देहरादून से भी आक्सीजन के टैंकर लगातार आ रहे हैं। सोमवार तक आक्सीजन की स्थिति में और सुधार हो जाएगा।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में आक्सीजन को लेकर जिले में हाहाकार मचा हुआ है। जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के झबरेड़ा और देहरादून प्लांट से आक्सीजन की खूब सप्लाई हो रही है। रोजाना एक टैंकर आ रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो सोमवार से दो-दो टैंकर और आने शुरू हो जाएंगे। सोमवार से आक्सीजन की किल्लत दूर हो जाएगी। बता दें कि आक्सीजन के टैंकरों को गागलहेड़ी स्टेशन पर बनाए गए री-फिलिग प्लांट में सिलेंडरों में री-फिलिग करके अलग-अलग अस्पतालों में भेजा जा रहा है। डीएम का कहना है कि निजी अस्पतालों में भी आक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी। उधर, मेडिकल कालेज पिलखनी के प्राचार्य अरविद त्रिवेदी ने बताया कि उनका आर्मी ने अभी आधा प्लांट चालू किया है। आधा प्लांट पर तेजी से काम चल रहा है। उम्मीद है कि सोमवार तक पूरा प्लांट चालू हो जाएगा। इसके बाद आक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी। मेडिकल कालेज में आक्सीजन की पूर्ति करने के बाद निजी अस्पतालों को भी आक्सीजन दी जाएगी। वहीं, डीएम ने बताया कि आइआइए की तरफ से आक्सीजनमैन के रूप में जिला प्रशासन को खूब मदद की जा रही है।

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बेड की अभी किल्लत जारी

जिले में सक्षम अस्पताल, वी-ब्रास, ग्लोकल मेडिकल कालेज, केयर पार्टनर, मेगाकेयर, फतेहपुर सीएचसी, देवबंद सीएचसी, मेडिकल कालेज पिलखनी आदि को कोविड अस्पताल बनाया हुआ है। मेडिकल कालेज और फतेहपुर को छोड़कर सभी में बेड फुल चल रहे हैं। निजी अस्पतालों में बेड खाली नहीं हैं। इसलिए अभी बेड की किल्लत आ रही है।

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