गांव में नहीं नेटवर्क, पेड़ पर चढ़कर करनी पड़ती है बात, बच्चों की पढ़ाई बाधित

अंबेहटा कस्बे के ग्राम रंढ़ेडी बाईखेड़ी और रामसहाय वाला में मोबाइल नेटवर्क की बड़ी समस्या आ रही है जिस कारण ना सिर्फ ग्रामीणों को समस्या आ रही है बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 08:39 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 08:39 PM (IST)
गांव में नहीं नेटवर्क, पेड़ पर चढ़कर करनी पड़ती है बात, बच्चों की पढ़ाई बाधित
गांव में नहीं नेटवर्क, पेड़ पर चढ़कर करनी पड़ती है बात, बच्चों की पढ़ाई बाधित

सहारनपुर, जेएनएन। अंबेहटा कस्बे के ग्राम रंढ़ेडी, बाईखेड़ी और रामसहाय वाला में मोबाइल नेटवर्क की बड़ी समस्या आ रही है, जिस कारण ना सिर्फ ग्रामीणों को समस्या आ रही है बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।

ग्राम बाहीखेड़ी के ग्रामीण अब्दुल कादिर, आजाद चौधरी, जुबैर, जुनैद, सैफ अली, अब्दुल्ला, प्रजापति, जमील सलमानी, सलीम व ग्राम रंढेडी के ब्लाक प्रमुख चौधरी बाबूराम, चौधरी मेनपाल सिंह, सहकारी समिति रंढेडी के पूर्व चेयरमैन चौधरी नरेश, बसेसर चौधरी, चरणसिंह रुहेला, डाक्टर संजय, अंकित कुमार, प्रिस कुमार, मोहित कुमार, रोहित चौधरी, विकास, ऐडवोकेट सुशील चौधरी और नफे सिंह डीलर आदि ग्रामीणों का कहना कि वे पिछले एक साल से मोबाइल टावर लगवाने की मांग कर रहे हैं, पर सुनवाई नहीं हो रही। उक्त गांवों में किसी भी कंपनी का नेटवर्क पूरी तरह से काम नहीं कर रहा है, जिसके कारण ग्रामीण छत या फिर पेड़ पर चढ़कर फोन पर बात करते हैं। छात्र छात्राओं की आनलाइन पढ़ाई भी बाधित हो रही है।

स्थिति यह है कि पंद्रह हजार की आबादी पर किसी कंपनी का मोबाइल टावर नहीं है। मंहगे मोबाइल मात्र शोपीस बनकर रह गए हैं। ग्रामीण बताते हैं तीनों गांव में 4-4 किलोमीटर दूर तक कोई टावर नहीं है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही नेटवर्क संबधी समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।

रिश्तेदारी में गए ग्रामीण की सड़क दुर्घटना में मौत

पठेड: बुडि़या (हरियाणा )में रिश्तेदारी में गए आल्हणपुर के व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। गांव आल्हणपुर निवासी महक सिंह पुत्र चंद्रपाल बुडिय़ा हरियाणा में अपनी रिश्तेदारी में जा रहा था जैसे ही वह बुडिय़ा के करीब पहुंचा तो सामने से आ रहे डंपर ने उसे टक्कर मार दी। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

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