फसल काटने गई ऊर्जा निगम की टीम का विरोध, हंगामा

निर्माणाधीन बिजली घर के लिए खरीदी गई जमीन पर खड़े पेड़ों और फसल को काट रहे ऊर्जा निगम के अधिकारियों को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 11:06 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 11:06 PM (IST)
फसल काटने गई ऊर्जा निगम की टीम का विरोध, हंगामा
फसल काटने गई ऊर्जा निगम की टीम का विरोध, हंगामा

सहारनपुर जेएनएन। निर्माणाधीन बिजली घर के लिए खरीदी गई जमीन पर खड़े पेड़ों और फसल को काट रहे ऊर्जा निगम के अधिकारियों को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। गुस्साए किसानों ने हंगामा करते हुए ऊर्जा निगम के अधिकारियों पर प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद भी जबरन पेड़ काटने का आरोप लगाया। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी को कब्जे में लेते हुए हंगामा कर रहे किसानों को बमुश्किल शांत किया। किसानों ने ऊर्जा निगम के एसडीओ के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की है।

सोमवार को सहारनपुर मुजफ्फरनगर स्टेट हाईवे पर स्थित गांव शाहपुर में निर्माणाधीन 220 केवीए के लिए खरीदी गई जमीन पर ऊर्जा निगम की टीम खेत में खड़े पेड़ों और फसल को काटने गई थी। टीम जेसीबी से फसल व पेड़ उखाड़ रही थी तभी वहां पहुंचे किसान अरुण, यशपाल, अभिषेक आदि ने ऊर्जा निगम की कार्रवाई का विरोध करते हुए हंगामा कर दिया। किसानों का आरोप था कि ऊर्जा निगम ने उनकी जमीन का उचित भुगतान नहीं किया, जबकि भूमाफिया किस्म के लोगों को ऊर्जा निगम ने करोड़ों रुपये जमीन खरीदने के दिए हैं। किसानों ने आरोप लगाया कि पूरा प्रकरण को लेकर न्यायालय में मामला विचाराधीन है। जिसकी 27 जनवरी को न्यायालय में सुनवाई होनी है, लेकिन ऊर्जा निगम के अधिकारी कोर्ट के नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं। किसानों द्वारा हंगामा की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे प्रकरण की जांच के बाद जेसीबी को कब्जे में ले लिया। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर उन्हें उनकी जमीन का उचित मूल्य नहीं मिला तो वह अपनी जमीन ऊर्जा निगम को नहीं देंगे। आरोप लगाया कि संबंधित अधिकारी जमीन लिखवाने के नाम पर उनसे कमीशन की भी मांग कर रहे हैं। वहीं पूरे प्रकरण में प्रभारी निरीक्षक अशोक सोलंकी का कहना है किसानों द्वारा ऊर्जा निगम के एसडीओ समेत कई लोगों के खिलाफ कोतवाली में फसल उजाड़ने व पेड़ों को काटने के मामले में तहरीर दी गई है। तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

वहीं, एसडीओ ट्रांसमिशन सत्येंद्र कुमार ने बताया न्यायालय में विचाराधीन मामले के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। किसानों द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद में निराधार है।

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