महिला हिसा रोकने के लिये गोष्ठी में मंथन

चिलकाना में महिला हिसा रोकने के लिए आयोजित गोष्ठी में समाज के जिम्मेदार लोगों को आगे आकर अपना ²ष्टि कोण बदलकर सजग प्रहरी की भूमिका निभाने की जरूरत पर जोर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 11:20 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 11:20 PM (IST)
महिला हिसा रोकने के लिये गोष्ठी में मंथन
महिला हिसा रोकने के लिये गोष्ठी में मंथन

सहारनपुर, जेएनएन। चिलकाना में महिला हिसा रोकने के लिए आयोजित गोष्ठी में समाज के जिम्मेदार लोगों को आगे आकर अपना ²ष्टि कोण बदलकर सजग प्रहरी की भूमिका निभाने की जरूरत पर जोर दिया गया।

सुल्तानपुर स्थित दिशा कैंपस में आयोजित विचार गोष्ठी मे दिशा संगठन के डायरेक्टर के एन तिवारी ने कहा कि महिला हिसा की शुरुआत परिवार से शुरू होकर उसकी ससुराल तक होती है। उन्होंने परिवार के साथ साथ समाज, सामाजिक संगठनों एवं पुलिस प्रशासन से जागरुक होकर अपना ²ष्टि कोण बदल कर उत्पीड़न की तह तक जाने की जरुरत पर जोर दिया।

कार्यक्रम की समन्वयक तस्नीम ने महिला हिसा रोकने के लिये कानून बनाये जाने के बावजूद हिसा न रूकने को चिता का विषय है। महिला संगठन अस्तित्व की संचालक रेहाना अदीब ने हिसा की शिकार महिला को इंसाफ दिलाने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने की जरुरत पर जोर दिया। इस मौके दिशा संगठन की जाहन्वी तिवारी, शाहिन प्रवीन, सुरेशो सैनी, रेखा शर्मा, सविता, राज्जो, रामरती, रजिया, मुकेश रानी, हरीचंद तथा रजनीश कुमार ने भी विचार प्रकट किए।

जामिया सुमय्या में छात्रों के लिए तहफीजुल कुरआन की शुरुआत

सड़क दूधली: मदरसा जामिया सुमय्या में इस्लामिक पढ़ाई के लिए छह से 12 तक की उम्र के लड़को के लिए तहफीजुल कुरआन की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में कुरान की फजीलत बयान की गई।

कैलाशपुर स्थित मदरसे में हजरत मौलाना मो. नाजिम नदवी की सदारत में मुनअ़िकद प्रोग्राम में हजरत मौलाना मो. इलयास मजाहिरी ने कुरआन शरीफ की फजीलत बयान की। जामिया सुम्मया के बानी व नाजिम ए हजरत अल हाज कारी सईद अहमद ने ़खुतबा-ए- इस्तिकबालिया पेश किया।

मौलाना मोहम्मद तैयब नदवी व मौलाना अतहर हक्कानी ने प्रोग्राम की शुरुआत कुरआन ए पाक की तिलावत से की। मौलाना तय्यब नदवी ने कहा कि इस मदरसे ने जैसे लड़कियों को तालीम देने में सफलता हासिल की इसी तरह ही लड़कों को भी दीनी तालीम व कुरान की तालीम बखूबी दी जाएगी। कार्यक्रम में मौलाना साजिद हसन, मौलाना हबीबुललाह, मौलाना इशतियाक कासमी, मौलाना मोहम्मद ताहिर, मौलाना अब्दुल बासित, कारी गुलफाम, मौलाना मो. नोमान नदवी, हाजी इकबाल खां, डा. बाबा नफासत खां, मो. इरफान आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी