पश्चिम में नशीले पदार्थों की बड़ी मंडी सहारनपुर

विश्वविख्यात काष्ठकला उद्योग से बनी सहारनपुर की साख को नशे का कारोबार कलंकित कर रहा है। उड़ता पंजाब की तरह वेस्ट यूपी में सहारनपुर नशे का हब बन रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:43 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:43 PM (IST)
पश्चिम में नशीले पदार्थों की बड़ी मंडी सहारनपुर
पश्चिम में नशीले पदार्थों की बड़ी मंडी सहारनपुर

सर्वेंद्र पुंडीर, सहारनपुर:

विश्वविख्यात काष्ठकला उद्योग से बनी सहारनपुर की साख को नशे का कारोबार कलंकित कर रहा है। उड़ता पंजाब की तरह पश्चिम उप्र में सहारनपुर नशे का बड़ा हब बन गया है। सहारनपुर में नशा तस्कर गांजा, चरस, अफीम व स्मैक को खुलेआम बेचकर नई पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं।

नेपाल, बरेली, बाराबंकी से आ

रही नशे की बड़ी खेप

गंगोह पुलिस ने हाल में तीन नशे के सौदागर जिशान, मेहरबान और एक महिला को पकड़ा था। पूछताछ में पता चला कि स्मैक, गांजा, चरस डोडा को वे बरेली और बाराबंकी से लेकर आते हैं। बरेली और बाराबंकी में यह नशा नेपाल के अलावा हिमाचल और मध्यप्रदेश के सरथल से आ रहा है। ----------------

खुलेआम बिक रहा नशा

महानगर के कुतुबशेर, देहात कोतवाली, शहर कोतवाली, सदर बाजार, जनकपुरी, मंडी कोतवाली, देहात कोतवाली क्षेत्रों के कई मोहल्लों में गांजा, चरस, अफीम यहां तक की स्मैक तक का नशा खुला बिक रहा है। इसी प्रकार देहात के सरसावा, नकुड़, मिर्जापुर, बेहट, देवबंद समेत कई थाना क्षेत्रों में नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।

जिले में नशे के कारोबार की जड़े कितनी गहरी हैं इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि दो वर्ष पूर्व प्रदेश के आयुष मंत्री स्वतंत्र प्रभार खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉक्टर धर्म सिंह सैनी को कहना पड़ा था कि सरसावा के आसपास बसे गांवों को उड़ता सरसावा नहीं बनने दिया जाएगा। मेडिकल स्टोर पर नशे का कारोबार करता यदि कोई भी मेडिकल स्टोर स्वामी पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

----------- झबीरन व मिर्जापुर

बने हैं गढ़

जिले में नशे के कारोबार के दो क्षेत्र सबसे बड़े गढ़ बने हैं। सरसावा का गांव झबीरन जोकि हरियाणा बॉर्डर से बिल्कुल सटा हुआ है। हरियाणा बॉर्डर के रास्ते स्मैक, चरस, अफीम आदि की सप्लाई इस गांव में ड्रग्स स्मगलर के जरिए पहुंचती रही है।

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लोग हो रहे लामबंद

यहां के लोग स्मैक के नशे से नई नस्ल को बचाने के लिए अब लामबंद होने लगे हैं। जून 2021 में सहारनपुर पुलिस ने ऑपरेशन नशा मुक्ति अभियान चलाकर छह दिन में लगभग 93 लोगों को नशीले पदार्थ तस्करी करने के आरोप में जेल भेजा था। न्यूमेरिक

नौ माह में यह है पुलिस कार्रवाई

970 - मुकदमे जिले के 22 थानों में दर्ज हुए।

765 - नशा तस्करों को पकड़ा गया, बड़ा नाम कोई नही।

1543 - पुलिसकर्मियों को नशामुक्ति अभियान में लगाया गया।

150 - स्थानों पर शहर में बेचा जा रहा नशे का सामान, ये पुलिस के चिन्हित स्थान है।

1500 - किलोग्राम डोडा पोस्त नो माह में हुआ बरामद।

1.4 - करोड़ रुपये की स्मैक पुलिस ने नौ माह में बरामद की।

11 - कच्ची शराब बनाने की भट्ठी नौ माह में नष्ट की गई।

2164 - लीटर अवैध शराब को नष्ट किया गया। नशा तस्करों पर हमारा अभियान चलता रहता है। हाल फिलहाल में एक अभियान चलाकर सैंकड़ो तस्करों को पकड़ा गया था। फिर से जल्दी ही अभियान शुरू करेंगे।

राजेश कुमार, एसपी सिटी एवं कार्यवाहक एसएसपी

नशीले पदार्थों की बिक्री को रोकने के लिए अनवरत अभियान चलाया जा रहा है, पिछले दिनों नशीले पदार्थों की बिक्री में संलिप्त एक भांग का ठेका निरस्त कर दिया गया था, लगातार कार्रवाई की जा रही है। --वरुण कुमार, जिला आबकारी अधिकारी, सहारनपुर।

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