11 माह बाद सहारनपुर से गुजरी सद्भावना एक्सप्रेस

लखनऊ से चंडीगढ़ जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस सोमवार को सहारनपुर के रेलवे स्टेशन से गुजरी। इस दौरान सहारनपुर के रेलवे स्टेशन से अंबाला और चंडीगढ़ जाने वाले 38 यात्री सवार हुए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 11:16 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 11:16 PM (IST)
11 माह बाद सहारनपुर से गुजरी सद्भावना एक्सप्रेस
11 माह बाद सहारनपुर से गुजरी सद्भावना एक्सप्रेस

सहारनपुर, जेएनएन। : लखनऊ से चंडीगढ़ जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस सोमवार को सहारनपुर के रेलवे स्टेशन से गुजरी। इस दौरान सहारनपुर के रेलवे स्टेशन से अंबाला और चंडीगढ़ जाने वाले 38 यात्री सवार हुए। इस ट्रेन के चलने से यात्रियों को काफी राहत मिली है। बता दें कि काफी समय से लोग इस ट्रेन को चलाने की मांग कर रहे थे। हालांकि लखनऊ से दो दिन पहले इस ट्रेन के चलने की सूचना जारी कर दी गई थी।

दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते देश में लाकडाउन लग गया था, जिसके बाद सभी ट्रेनों को भी बंद कर दिया गया था। इसमें लखनऊ से चंडीगढ़ जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस भी शामिल थी। इस ट्रेन के नहीं चलने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इसलिए जिले के कई संगठनों ने अंबाला डिविजन के अधिकारियों को पत्र भेजकर ट्रेन चलवाने की मांग की थी। स्टेशन अधीक्षक कपिल शर्मा ने बताया कि सोमवार की दोपहर 12:35 पर सद्भावना एक्सप्रेस स्टेशन पर पहुंची, जिसमें आनलाइन रिजर्वेशन कराने वाले 38 यात्री सवार हुए। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि बुधवार को ट्रेन वापस सहारनपुर स्टेशन पर आएगी। यहां पर 10 मिनट रुकने के बाद लखनऊ के लिए रवाना हो जाएगी। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि लखनऊ जाने वाले काफी यात्रियों ने रिजर्वेशन कराया हुआ है।

हादसे का खतरा

गंगोह : सड़क किनारे खड़े सूखे पेड़ कभी भी समय बड़ा हादसा करा सकते हैं, जिनकी ओर वन विभाग का कोई ध्यान नहीं है। लखनौती मार्ग पर दुकानों के सामने एक सूखा पेड़ जर्जर अवस्था में खड़ा है, जहां पर अक्सर आने-जाने वाले वाहनों व पैदल चलने वाले राहगीरों की भारी भीड़ रहती है। अगर यह जर्जर पेड़ टूट कर गिर गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। वही गंगोह से अंबेहटा मार्ग पर अनगिनत सूखे पेड़ जर्जर अवस्था में खड़े हुए हैं।

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